Asaduddin Owaisi: निजी मदरसों के सर्वे को लेकर एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने केंद्र की मोदी सरकार पर हमला बोला है। राजस्थान में एक जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि जब बच्चे बोलेंगे स्कूल नहीं खोले गए तो, मोदीजी बोलेंगे ‘क्या मैं मदरसों का सर्वे नहीं करा रहा हूं।’

उन्होंने कहा कि बीजेपी हर चीज को कौम से जोड़ देती हैं, इसलिए राजस्थान और देश के युवाओं को यह समझना पड़ेगा कि बीजेपी ने उनको क्या दिया और उनसे क्या छीन लिया।

एआईएमआईएम प्रमुख ने आगे कहा कि स्कूल जाने बच्चों की पेंसिल और किताब पर प्रधानमंत्री मोदी ने जीएसटी लगा दी है और वह मन की बात कार्यक्रम में बोलते हैं कि इम्तिहान में टेंशन मत लो। ओवैसी ने कहा कि सरकार ने दाल, चावल, तेल सब पर तो जीएसटी लगा दिया है, अब सिर्फ सांस लेने पर जीएसटी लगाना बाकी है।

बता दें कि उत्तर प्रदेश में निजी मदरसों का सर्वे शुरू हो चुका है। इसके लिए एक टीम मदरसों में जाकर सर्वे कर उनकी पूरी जानकारी ले रही है। मदरसों का सर्वे 12 बिंदुओं पर होना है। जैसे- मदरसे की स्थापना कब हुई, किसके नाम पर है, किन संगठनों से जुड़ा है, बच्चों की संख्या कितनी है, इनमें पढ़ने वाले बच्चों को क्या-क्या सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं और मदरसे की फंडिंग का स्त्रोत क्या है समेत 12 बिंदुओं के आधार पर सर्वे किया जा रहा है।

उधर, मदरसों का सर्वे कराने के सरकार के इस फैसले का विपक्षी दल विरोध कर रहे हैं। गुरुवार को लखनऊ के दारुल उलूम नदवा मदरसे का निरीक्षण किया गया। इस दौरान सर्वे के विरोध में काफी हंगामा भी हुआ। कई राजनीतिक दल सरकार के इस फैसले का विरोध कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने बीजेपी पर बुरी मंशा से इस तरह के कार्यों के जरिए मुसलमानों को टारगेट करने का आरोप लगाया है। वहीं, कई मुस्लिम संगठनों ने भी सरकारी के इस कदम की आलोचना की है।