अतीक अहमद के बेटे असद अहमद और शूटर मोहम्मद गुलाम को यूपी एसटीएफ ने एनकाउंटर में ढेर कर दिया है। देर रात दोनों का पोस्टमार्टम किया गया। असद की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बड़ा खुलासा हुआ है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सामने आया है कि असद को दो गोलियां लगी थी। इनमें से एक गोली उसकी छाती में और दूसरी पीठ में लगी थी। रिपोर्ट में सामने आया है कि जो गोली असद की छाती में लगी थी वह आगे जाकर उसकी गर्दन में फंस गई। वहीं शूटर मोहम्मद गुलाम को एक गोली लगी थी। गुलाम को गोली पीठ पर लगी जो उसकी छाती को चीरती हुए बाहर निकल गई।

झांसी मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ नरेंद्र सेंगर ने बताया कि पुलिस की टीम असद और गुलाम को लेकर पहुंची थी। असद को दो गोलियां लगी थीं जबकि गुलाम को सिर्फ एक गोली लगी थी। डॉ नरेन्द्र ने बताया कि मुझे लगता है कि दोनों की यहां लाए जाने से 1.30-2 घंटे पहले मौत हो चुकी थी। दोनों का पोस्टमार्टम हो चुका है।

देर रात किया गया पोस्टमार्टम

असद और गुलाम को देर रात झांसी मेडिकल कॉलेज में पोस्टमार्टम किया गया। गुलाम के परिवार ने पहले ही उसे शव को लेने से इनकार कर दिया है। गुलाम की मां ने कहा कि गुलाम ने जो किया वह काफी गलत किया। उसे पहले ही मना किया था कि गलत काम करना छोड़ दे। उसी की वजह से हम सड़क पर आ गए हैं। पुलिस ने हमारे मकान को बुलडोजर से गिरा दिया है। वहीं जानकारी के मुताबिक असद का शव भी पुलिस ही लेकर आएगी। अभी तक उसका शव लेने कोई नहीं पहुंचा है। बता दें कि असद और गुलाम पर उमेश पाल की हत्या के मामले में 5-5 लाख रुपये का इनाम घोषित था।

जनाजे में शामिल नहीं होंगे अतीक और शाइस्ता

अतीक के वकील ने बताया कि नाना और मौसा के अलावा कुछ रिश्तेदार ही असद के अंतिम संस्कार में शामिल होंगे। प्रयागराज में असद का जनाजा निकलेगा लेकिन अतीक शामिल नहीं हो सकेगा। आज अदालत में अवकाश के कारण बेटे को अंतिम बार देखने की उसकी इच्छा पूरी नहीं हो सकेगी। अतीक का एक बेटा नैनी और दूसरा लखनऊ की जेल में बंद है। छुट्टी के कारण उनकी तरफ से भी जनाजे के लिए प्रार्थना पत्र नहीं दिया जा सकता है।

अतीक की पत्नी शाइस्ता इस समय फरार घोषित है। उसके भी जनाजे में शामिल होने पर संदेह है। जानकारी के मुताबिक अतीक अहमद के बेटे असद को चकिया स्थित कसारी-मसारी कब्रिस्तान में दफनाया जाएगा। अतीक के आवास पर करीबी रिश्तेदार असद के जनाजे की तैयारियां कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि असद के शव के लिए भट्टे वाली मस्जिद से ताबूत मंगाया गया है और कब्रिस्तान में कब्र खुदने लगी है।