राजस्थान में राज्यसभा की तीन सीटों के लिए 19 जून को होने वाले चुनाव से पहले कांग्रेस ने अपने विधायकों को जयपुर-दिल्ली हाईवे पर एक पांच सितारा होटल में शिफ्ट किया है। प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में कांग्रेस के अलावा अन्य दलों के विधायकों के साथ-साथ 13 निर्दलीयों (100 से अधिक विधायक) को जेडब्ल्यू मैरियट रिजॉर्ट में रखा गया है। व्यक्तिगत कारणों से शनिवार को दिल्ली गए उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट भी सोमवार दोपहर होटल वापस लौट आए।

राज्यसभा चुनाव के लिए मतदान में अभी तीन दिन बाकी हैं, ऐसे में मंगलवार (16 मंगलवार, 2020) को भाजपा विधायकों के भी रिजॉर्ट में पहुंचने की उम्मीद है। इधर कांग्रेस ने जिस जेडब्ल्यू मैरियट रिजॉर्ट में अपने विधायकों रखा है, वहां से जुड़े ट्वीट और तस्वीरें सामने आई हैं। एक में दूदू विधायक व पूर्व मंत्री बाबूलाल नगर और राजस्व मंत्री हरीश चौधरी को मॉर्निंग वॉक पर एक साथ देखा जा सकता है।

अन्य तस्वीर में निवाई (टोंक) के विधायक प्रशांत भैरवा साइकिल ट्रैक का अच्छा इस्तेमाल कर रहे हैं, जबकि युवा मामलों और खेल मंत्री अशोक चांदना को रफीक खान, निर्दलीय विधायक एस. लोढ़ा, एआईसीसी सचिव (संगठन) काजी निजामु्द्दीन और अन्य नेताओं के साथ क्रिकेट खेलते हुए देखा जा सकता है। एक अन्य फोटो में महिला और बाल विकास मंत्री ममता भूपेश को एक पुल शॉट मारने की कोशिश करते दिखाया गया है।

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उल्लेखनीय है कि शनिवार शाम को एआईसीसी नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने ढाई घंटे तक एक वर्कशॉप को संबोधित किया जो केंद्र में भाजपा सरकार को निशाना बनाते हुए ‘6 साल, 6 भ्रांतियां’ शीर्षक पर आयोजित की गई। इसके बाद मशहूर व्यंगकार संपत सरल ने भाजपा को निशाना बनाते हुए एक शो की मेजबानी की। फिर रविवार को गांधी की स्क्रीनिंग देखी गई। सीएम गहलोत के करीबी कहते हैं कि यह उनकी पसंदीदा फिल्मों में से एक है।

दूसरी तरफ मंत्रियों का दावा है कि सरकार का काम प्रभावित नहीं हुआ है और वो दूर से ही कार्यालयों की देखरेख कर रहे हैं। इस बीच 12 जून को गहलोत ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए एक पेयजल परियोजना की आधारशिला रखी।

दरअसल कांग्रेस ने दावा किया है कि राज्यसभा चुनावों में क्रॉस वोटिंग के लिए उन्हें पैसे की पेशकश करने की भाजपा की योजनाओं के बारे में पता चलने के बाद सीएम को विधायकों को रिजॉर्ट में ले जाना पड़ा। चुनावों में कांग्रेस दो सीटें और भाजपा एक, जीतने के लिए तैयार है। भाजपा ने दूसरा उम्मीदवार खड़ा किया है, जिसके लिए दो दर्जन से अधिक विधायकों के अतिरिक्त वोटों की आवश्यकता है।