उत्तर प्रदेश की सरकार ने अपने विधायकों को लेटेस्ट टेक्नोलॉजी सिखाने के लिए एक अनूठी पहल शुरू की है। योगी सरकार विधायकों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की जानकारी देने जा रही है। इस ट्रेनिंग कार्यक्रम का आयोजन मानसून सत्र के दौरान स्पेशल सेशन के रूप में किया जाएगा।

भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) कानपुर के प्रोफेसरों द्वारा यह प्रशिक्षण दिलाने का कार्यक्रम तैयार किया गया है। प्रशिक्षण पूरी तरह स्वैच्छिक होगा और किसी के लिए अनिवार्य नहीं होगा। इसका मकसद विधानसभा के सदस्यों को एआई टूल को समझाना है, जिससे वे इसका उपयोग कर सकें। सत्र में यह बताया जाएगा कि किस प्रकार एआई विभिन्न क्षेत्रों में मददगार हो सकता है।

यूपी के विधायकों को हाईटेक बनाने के लिए AI ट्रेनिंग

विधायकों को हाईटेक बनाने के लिए ये ट्रेनिंग 17 जुलाई 2025 से शुरू होने वाले विधानसभा मानसून सत्र के साथ ही शुरु होगी। इस विशेष सत्र में विधायकों को AI के बुनियादी पहलुओं के बारे में बताया जाएगा। इसके जरिए जनसमस्याओं का विश्लेषण, डेटा प्रबंधन और निर्णय लेने की प्रक्रिया को भी सुगम बनाया जा सकेगा। एआई विशेषज्ञों की एक टीम द्वारा दिए जाने वाले इस प्रशिक्षण में प्रैक्टिकल सेशन भी शामिल होंगे। मशीन लर्निंग और नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग के बारे में भी सिखाया जाएगा।

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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह ट्रेनिंग विधायकों को भविष्य के लिए तैयार करेगी और राज्य के विकास में उनकी भूमिका को और सशक्त करेगी। यह पहल न केवल विधायकों के लिए उपयोगी होगी बल्कि राज्य के प्रशासनिक ढांचे को भी मजबूत करेगी।

स्वच्छ सर्वेक्षण 2024: दस लाख से ज्यादा आबादी वाले शहरों की कैटेगरी में लखनऊ को तीसरा स्थान

वहीं, दूसरी ओर स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 के नतीजों की घोषणा कर दी गई है। दस लाख से ज्यादा आबादी वाले शहरों की कैटेगरी में लखनऊ को तीसरा स्थान मिला है। इस सर्वे में गुजरात के अहमदाबाद को देश का सबसे स्वच्छ शहर घोषित किया गया है। इस लिस्ट में मध्य प्रदेश के भोपाल को दूसरा और उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ को तीसरा स्थान मिला है। ये रैंकिंग मिनिस्ट्री ऑफ हाउसिंग एंड अर्बन अफेयर्स द्वारा जारी की गई हैं। पिछले साल ऐसी कोई कैटेगरी नहीं थी। पढ़ें- 10 लाख से ज्यादा आबादी वाले शहरों में अहमदाबाद सबसे स्वच्छ