जम्मू के लिए जा रही एक ट्रेन से तीन लोगों ने सेना के एक जवान को धक्का देकर रेलवे ट्रैक पर फेंक दिया। ये तीनों जवान का बैग छीनने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन जब उन्होंने इसका विरोध किया तो तीनों अज्ञात लोगों ने जवान को रेलवे ट्रैक पर फेंक दिया। बताया जा रहा है कि इन लोगों ने जवान के साथ हाथापाई भी की। इस हादसे में जवान को काफी चोटें लगी हैं और उनका अस्पताल में इलाज चल रहा है।

चलती ट्रेन से रेलवे ट्रेक पर फेंका

यह घटना मंगलवार की है, जब जवान अंबाला से जम्मू के लिए ट्रेन से यात्रा कर रहा था। इस दौरान उन्होंने देखा कि कुछ लोग यात्रियों के सामान में सेंध लगा रहे हैं। उन्होंने यह देखा तो वह उनके पास गए और इसका विरोध किया। इसके बाद इन अज्ञात लोगों ने जवान का बैग छीनने की कोशिश की और जब वह अपना बैग छुड़ाने लगे तो इन लोगों ने उन्हें चलती ट्रेन से धक्का दे दिया। जिस समय यह घटना हुई उस वक्त शालीमार एक्सप्रेस जालंधर-जम्मू रेल ट्रैक पर टांडा में दारापुर बायपास से जा रही थी। इस घटना में जवान को काफी चोटें आई हैं, जिसके बाद जवान को होशियारपुर के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया।

मामले की चल रही जांच

होशियारपुर पुलिस सूत्रों के अनुसार मामले की जांच राजकीय रेलवे पुलिस कर रही है। पुलिस ने कहा कि सेना के जवान (सचिन शर्मा) अंबाला से जम्मू जा रहे थे। उन्होंने कथित तौर पर देखा कि तीन बदमाश उनके और अन्य यात्रियों के बैग में सेंध लगा रहे थे और जब उन्होंने इसका विरोध किया तो अज्ञात लोगों ने उनका बैग छीनने की कोशिश की। जब उन्होंने इसका विरोध किया तो बदमाशों ने उन्हें चलती ट्रेन से धक्का दे दिया।

जवान को हाथ-पैर में लगी चोटें

जीआरपी पोस्ट टांडा प्रभारी सहायक उपनिरीक्षक (एएसआई) अमृतपाल सिंह ने कहा कि जवान के हाथ-पैर में चोटें आई हैं, लेकिन वह खतरे से बाहर हैं। उन्होंने कहा कि कल तड़के जवान को ट्रैक से उठाया गया था। अमृतपाल सिंह ने कहा कि सचिन शर्मा के बयान के अनुसार, तीन लोगों के साथ उनकी हाथापाई हुई, जिन्होंने उनके हाथ बांध दिए और फिर उन्हें चलती ट्रेन से धक्का दे दिया। जीआरपी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि वे हैरान थे कि सेना के जवान ने अलार्म क्यों नहीं बजाया। उन्होंने कहा कि घटना एक ट्रेन के डिब्बे में हुई जिसमें 72 सीटें हैं।