राजधानी दिल्ली स्थित आंध्र प्रदेश भवन में सोमवार को सीएम चंद्रबाबू नायडू धरना दे रहे हैं। चंद महीनों पहले एनडीए में रहे नायडू अब मोदी सरकार को जमकर निशाने पर ले रहे हैं। धरनास्थल पर लगी कुछ छोटी-छोटी तख्तियों पर लिखी बातों को बीजेपी ने निशाने पर लिया। दरअसल यहां लिखा था, ‘जिसके हाथ में चाय का जूठा कप देना था, उसके हाथ में जनता ने देश दे दिया।’ बीजेपी आईटी सेल के प्रभारी अमित मालवीय ने इन तख्तियों का वीडियो ट्विटर पर शेयर करते हुए सवाल उठाया है, ‘क्या पिछड़ी जाति का और गरीब होना अभिशाप है?’
‘चाय वाला’ पर लंबे समय से चल रही है बहसः गुजरात विधानसभा चुनाव के समय भी कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर के जातिगत बयान को आधार बनाकर बीजेपी ने जमकर विपक्ष को निशाने पर लिया था। उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अक्सर खुद को ‘चाय वाला’ कहते रहे हैं। विरोधियों को निशाने पर लेते हुए वे कहते हैं, ‘एक चाय वाला देश का प्रधानमंत्री बन गया तो कांग्रेस समेत विपक्ष को अभी भी हैरानी है। पूरा विपक्ष एक चाय वाले को हराने के लिए महागठबंधन बनाने में जुट गया है।’ प्रधानमंत्री के इस बयान को विपक्ष के लोग भी कई बार निशाने पर ले चुके हैं। विपक्ष ने उनके चाय बेचने के दावे पर भी कई बार सवाल उठाए हैं।
‘जिसके हाथ में चाय का झूठा कप देना था, उसके हाथ में जनता ने देश दे दिया’।
Placard at AP Bhavan where Chandrababu Naidu is apparently sitting on protest…
Opposition never misses an opportunity to target PM’s humble social origins. क्या पिछड़ी जाती का और ग़रीब होना अभिशाप है? pic.twitter.com/b3HhEdLcF4
— Amit Malviya (मोदी का परिवार) (@amitmalviya) February 11, 2019
…इसलिए धरना दे रहे हैं आंध्र के सीएमः नायडू आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा नहीं दिए जाने को लेकर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजधर्म का पालन नहीं किया। उन्होंने कहा कि अगर प्रधानमंत्री हम पर निजी हमले करते हैं तो हम भी उसका जवाब देने को तैयार हैं। नायडू का धरना सुबह 8 बजे शुरू हुआ था। वे एक दिवसीय भूख हड़ताल कर रहे हैं। उनका आरोप है कि मोदी सरकार ने पुनर्गठन अधिनियम 2014 के तहत आंध्र को विशेष राज्य का दर्जा देने का वादा किया था लेकिन इसे पूरा नहीं किया गया।