Ankita Mother Demanded Culprits Be Hanged Or Burn Alive:अंकिता को खोने और बिना बेटी का चेहरा दिखाए अंतिम संस्कार किए जाने से नाराज मां सोनी देवी की मांग है कि अगर सरकार कानून के मुताबिक दोषियों को फांसी नहीं दे सकती तो वह उन सबको उनके घरों के सामने जिंदा जला दे। बेटी के गम में सदमे में होने और बुरी तरह टूट चुकी मां ने मीडिया से कहा, “अंकिता के साथ जो कुछ हुआ उसके सारे सबूत सामने हैं, सरकार को और कितने सबूत चाहिए। इस अपराध के लिए फांसी से कम सजा स्वीकार नहीं है।”

बेटी का चेहरा दिखाए बिना शाम के समय अंतिम संस्कार किए जाने पर सख्त एतराज जताते हुए मां ने कहा कि ऐसी क्या मजबूरी थी। कहा, “उन्हें बेटी का अंतिम संस्कार किये जाने की जानकारी तक नहीं दी गई।” बेटी की मौत के बाद से वह बार-बार बेहोश हो जा रही थीं। उनको हास्पिटल में भर्ती कराया गया था।

इस बीच सोमवार को पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता हरीश रावत पीड़ित परिवार से मिलने उनके घर पहुंचे। उन्होंने परिवार को सांत्वना देते हुए कहा कि सत्ता पक्ष के कुछ लोगों की शह पर पहाड़ की भोली-भाली बच्चियों को देह व्यापार में धकेला जा रहा है। यह बेहद गंभीर और चिंताजनक स्थिति है।

परिवार ने मांग की कि तहकीकात होने तक दोषी के भाई और पिता को हिरासत में रखा जाए

अंकिता के परिवार और स्थानीय लोगों ने हरीश रावत को मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन देकर मांग की कि पुलकित आर्य और दोनों अन्य आरोपियों को फांसी दी जाए। पुलकित आर्य के भाई और पिता को इस केस की पूरी तहकीकात होने तक हिरासत में ही रखा जाए, अंकिता के परिवार को एक करोड़ रुपये दिए जाएं।

अंकिता के नाम पर सड़क बनाई जाए और पुरस्कार शुरू हो

अंकिता के पिता ने मांग की कि गांव की एक सड़क का नाम अंकिता के नाम पर रखा जाए और ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ योजना के तहत अंकिता के नाम पर एक पुरस्कार दिया जाए। इसके अलावा, दोषी के रिजॉर्ट को तोड़कर वहां एक सरकारी कॉलेज की स्थापना की जानी चाहिए। साथ ही अंकिता के नाम पर एक स्मारक स्थल बनाया जाए।

अंकिता भंडारी भाजपा नेता विनोद आर्य के बेटे पुलकित आर्य के रिजॉर्ट में हाल ही में रिसेप्शनिस्ट के रूप में काम करना शुरू किया था। इस दौरान उस पर कुछ गलत कार्य करने का दबाव बनाया गया, नहीं करने पर उसकी हत्या कर दी गई।