Bihar Assembly Winter Session: बिहार सरकार के खिलाफ पटना में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को अपनी पांच सूत्री मांगों को लेकर बिहार विधानसभा का ‘घेराव’ किया। इस दौरान पुलिस ने प्रदर्शनकारी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को तितर-बितर करने के लिए वॉटर कैनन का इस्तेमाल किया। विरोध प्रदर्शन के दौरान कई आंगनवाड़ी कार्यकर्ता बेहोश हो गईं।
पटना में आंगनबाड़ी सेविका सहायिका संघ का एक महीने से आंदोलन जारी है। इस आंदोलन को लेकर प्रशासन ने सख्ती दिखाई है। जिला प्रशासन द्वारा उन तमाम आंदोलन कर रही आंगनबाड़ी सेविकाओं के सेंटर पर नोटिस चिपकाए जा रहे हैं कि जल्द ही केंद्र को खोले नहीं तो कार्रवाई होगी।
ऐसे में बौखलाईं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने सोमवार को पुनपुन में सड़क पर घंटों विरोध-प्रदर्शन किया था सरकार को चेतावनी दी है कि अगर हमारी मांग पूरी नहीं हुई तो आगामी चुनाव में हम सभी लोग सबक सिखाएंगे।
अपनी पांच सूत्री मांगों को लेकर कर रही विरोध प्रदर्शन कर रही आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं पर अब कार्रवाई की जा रही है। पिछले एक महीने से विभिन्न मांगों को लेकर आंदोलन कर रही सेविका सहायिकाओं की सेंटर पर जिला प्रशासन द्वारा नोटिस चिपकाए जा रहे हैं। जल्द ही अपने-अपने आंगनबाड़ी केद्रों को खोले नहीं तो कार्रवाई की जाएगी। ऐसे में इस कार्रवाई को लेकर बौखलाई सभी आंगनबाड़ी सेविका सहायिकाओं का आंदोलन और भी तेज हो गया है।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने सरकार को चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि अगर हमारी 5 सूत्री मांगों पर विचार नहीं किया गया तो चुनाव में हम सभी वोट से उन्हें वंचित करेंगे। उन्होंने कहा कि जो हमारी बात सुनेगा वहीं कुर्सी पर राज करेगा। आंगनबाड़ी सेविका सहायिका संघ की प्रखंड अध्यक्ष गातींजलि ने कहा, ‘आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं को 48 घंटे के भीतर काम पर वापस लौटने का आदेश जारी किया गया है। अगर हमारी मांग पूरी नहीं हुई तो आगामी चुनाव में हम सभी लोग सबक सिखाएंगे।’