अनंतनाग से विधायक के तौर पर विधानसभा में प्रवेश करने की कोशिश कर रहीं जम्मू कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने मतदाताओं से उन्हें एक मजबूत एवं निर्णायक जनादेश देने का शनिवार (18 जून) को अनुरोध किया ताकि वह इस राज्य को राजनीतिक और आर्थिक अनिश्चितताओं के दलदल से बाहर निकालने के प्रयास जारी रख सकें। अनंतनाग में 22 जून को विधानसभा उपचुनाव होना है। अनंतनाग में कई चुनावी सभाओं को संबोधित करते हुए उन्होंने अपने दिवंगत पिता एवं पूर्व मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद के योगदान की याद दिलाई जो इसी विधानसभा क्षेत्र से विधायक थे। महबूबा ने कहा कि वह विकास एवं प्रगति के उनके मिशन को आगे बढ़ाने के लिए यह जनादेश मांग रही हैं।

उन्होंने जोर दिया कि उनकी पार्टी पीडीपी अकेली भरोसेमंद पार्टी है। ‘क्या आप महज एक बदली हुई सरकार ही नहीं, बल्कि दिशा में भी बदलाव चाहते हैं। क्या आप महज राजनीति ही नहीं, बल्कि नयी प्राथमिकताएं चाहते हैं।’ इस साल अप्रैल से पीडीपी-भाजपा गठबंधन सरकार का नेतृत्व कर रहीं महबूबा ने कहा कि न केवल अच्छा राजकाज सुनिश्चित करने, बल्कि जम्मू कश्मीर में सुरक्षित, टिकाऊ और नियोजित ढांचे का पुनर्निर्माण करने की चुनौतियों को पूरा करने के लिए अगले पांच साल अहम हैं। अभी महबूबा अनंतनाग लोकसभा क्षेत्र से सांसद हैं। उन्होंने कहा, ‘जम्मू कश्मीर को राजनीतिक दलदल और आर्थिक अनिश्चितताओं से बाहर निकालना और राज्य को शांति और समृद्धि के पथ पर ले जाना मेरी पार्टी का संकल्प है।’

महबूबा ने कहा, ‘राजनीतिक सुलह-सफाई की प्रक्रिया बहाल करने और आर्थिक पुनरुद्धार के लिए हमने धागे वहीं से पिरोने शुरू किए हैं जहां हमने इसे 2005 में छोड़ा था ताकि हम इस राज्य और यहां के लोगों के लिए एक शांतिपूर्ण और समृद्ध भविष्य सुरक्षित कर सकें।’ अपने पिता के निधन के बाद सत्ता की बागडोर संभालने वाली 57 वर्षीय नेता महबूबा ने कहा कि इस राज्य के लोग पहले की अपेक्षा आज कहीं अधिक यह चाहते हैं कि नेता आगे आएं और राजनीतिक व आर्थिक मुद्दों को सुलझाएं।

‘वे नेतृत्व चाहते हैं, प्रतिबद्धता चाहते हैं, जवाबदेही चाहते हैं, राजनीतिक स्थिरता चाहते हैं, वे आर्थिक समृद्धि चाहते हैं, विकास चाहते हैं और रोजगार चाहते हैं।’ उन्होंने कहा, ‘मैं अनंतनाग के लोगों से उम्मीद के इस उपक्रम में शामिल होने की गुजारिश करती हूं क्योंकि साथ मिलकर हम अंतर ला सकते हैं और हमारी भावी पीढ़ियों के लिए एक सुरक्षित, टिकाऊ और समृद्ध जम्मू कश्मीर का पुनर्निर्माण कर सकते हैं।’