Amravati Umesh Kolhe Murder Case: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने जून में 54 वर्षीय अमरावती निवासी उमेश कोल्हे की कथित तौर पर हत्या के आरोप में 11 लोगों के खिलाफ शुक्रवार को चार्जशीट दाखिल किया। इस चार्जशीट में दावा किया गया है कि आरोपी तब्लीगी जमात (Tablighi Jamaat) के ‘कट्टरपंथी इस्लामवादी’ हैं। बता दें कि उमेश कोल्हे की 21 जून को तीन हमलावरों द्वारा हत्या कर दी गई थी। दरअसल कोल्हे ने भाजपा प्रवक्ता नूपुर शर्मा (BJP spokesperson Nupur Sharma) के समर्थन में व्हाट्सएप पर एक पोस्ट डाला था, जिन्होंने पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी की थी।

उमेश कोल्हे को मारने के लिए आपराधिक साजिश रची गई- NIA चार्जशीट

NIA की चार्जशीट में कहा गया है, “जांच में स्पष्ट रूप से सामने आया है कि आरोपी व्यक्तियों ने उमेश कोल्हे को मारने के लिए आपराधिक साजिश रची थी। आरोपियों के साथ उनका कोई संपत्ति विवाद नहीं था और पुरानी लड़ाई का कोई इतिहास भी नहीं था उमेश कोल्हे का बदला लेने के लिए (नूपुर शर्मा (Nupur Sharma) के समर्थन में व्हाट्सएप पोस्ट करने के कारण) एक आतंकवादी गिरोह का गठन किया गया, जो अत्यधिक धार्मिक रूप से कट्टरपंथी था।

चार्जशीट में कहा गया है कि उमेश कोल्हे ने नूपुर शर्मा को अपने समर्थन के लिए ‘एक स्वतंत्र देश में स्वतंत्र भाषण के अपने अधिकार का प्रयोग किया’। उमेश कोल्हे की अमरावती (Amravati) में केमिस्ट की दुकान थी, जिसे वह बंद कर रात में घर लौट रहे थे और इसी दौरान उनकी हत्या कर दी गई थी इस घटना को दूसरे स्कूटर पर सवार उनके बेटे और बहू ने देखा था।

ये कोई साधारण हत्या नहीं- NIA

एनआईए ने अपनी चार्जशीट में दावा किया है कि आरोपियों द्वारा किया गया कार्य केवल एक साधारण हत्या नहीं है, बल्कि धार्मिक रूप से कट्टरपंथी मुस्लिम युवाओं (तब्लीगी जमात) द्वारा रची गई एक सुनियोजित आपराधिक साजिश है, जो अमरावती और भारत के अन्य राज्यों के लोगों के मन में एक आतंक पैदा करने के लिए है। एजेंसी ने कहा है कि इस हत्या से देश की एकता को खतरा पैदा हुआ और समुदायों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा मिला।

जून में हुई थी कोल्हे की हत्या

बीते 21 जून को रात 10 बजे से 10.30 बजे के बीच उमेश कोल्हे की हत्या की गई थी। उमेश कोल्हे की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से पता चला था कि उन्हें बड़ी बेरहमी से मारा गया था।