कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से दो साल पुरानी राजग सरकार का ‘‘हिसाब’’ मांगने के मुद्दे पर भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने मंगलवार (5 अप्रैल) को सोनिया पर निशाना साधा और उन्हें याद दिलाया कि असम में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं, लोकसभा चुनाव नहीं। गत 11 अप्रैल को होने वाले दूसरे चरण के मतदान से पहले एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए शाह ने कहा, ‘‘सोनिया गांधी यहां चुनाव प्रचार के लिए आईं और नरेंद्र मोदी से उनकी दो साल पुरानी सरकार का हिसाब मांगा। सोनिया जी, ये लोकसभा नहीं असम विधानसभा चुनाव है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘जब हम यहां 2019 में आएंगे (लोकसभा चुनाव के लिए), तो हम अपने सारे कामों का हिसाब देंगे और आपको हमें बोलना नहीं पड़ेगा।’’ भाजपा अध्यक्ष ने कहा, ‘‘यहां के लोगों ने आपको 15 साल दिए और 10 साल तक यहां से एक प्रधानमंत्री (मनमोहन सिंह) भेजा। सोनिया मैडम, असम के लोग तो आप से हिसाब मांग रहे हैं।’’
शाह ने कहा कि सोमवार (4 अप्रैल) को पहले चरण में हुआ भारी मतदान कांग्रेस के सत्ता से बाहर होने की ओर इशारा करता है। उन्होंने दूसरे चरण के मतदान के लिए मतदाताओं से अपील की कि वे भाजपा-असम गण परिषद गठबंधन को जिताएं ताकि राज्य में बदलाव आ सके और ‘‘भ्रष्टाचार मुक्त सरकार’’ बन सके।
एआईयूडीएफ अध्यक्ष बदरुद्दीन अजमल की ओर इशारा करते हुए शाह ने कहा, ‘‘अब आप (कांग्रेस) किसका समर्थन करेंगे ? क्या आप असम का मुख्यमंत्री बनने के लिए बदरुद्दीन अजमल का समर्थन चाहते हैं ?’’ भाजपा अध्यक्ष ने कहा, ‘‘कांग्रेस उन्हें (बदरुद्दीन:) रोक नहीं सकती। सिर्फ भाजपा रोक सकती है। हम 50 साल विपक्ष में बैठने के लिए तैयार हैं लेकिन यहां उनके समर्थन से सरकार नहीं बनाएंगे क्योंकि यह असम के लोगों का अपमान होगा।’’
शाह ने दावा किया कि भाजपा असम को देश का सबसे विकसित राज्य बनाने के लिए उसका भविष्य बदल सकती है। उन्होंने लोगों से कहा कि वे ‘‘पुरानी (कांग्रेस) सरकार को उखाड़ फेंकें और यहां भाजपा-असम गण परिषद की सरकार बनाएं।’’ कांग्रेस पर हमला जारी रखते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री तरुण गोगोई और अजमल सार्वजनिक तौर पर तो लड़ रहे हैं, लेकिन ‘‘गुवाहाटी में रात के वक्त उन्हें साथ देखा जा सकता है।’’
असम में बांग्लादेशियों की घुसपैठ का मुद्दा उठाते हुए भाजपा अध्यक्ष ने दावा किया कि कांग्रेस ने सीमाएं खुली छोड़ कर रखी हैं और उन्हें दाखिल होने की इजाजत दे दी है ताकि वह उनका इस्तेमाल वोट बैंक के तौर पर कर सके। भाजपा अध्यक्ष ने कहा, ‘‘ये प्रवासी असम के युवाओं की नौकरियां छीन लेते हैं…..यदि तरुण गोगोई या कांग्रेस ने चाहा होता तो वे पिछले 50 साल के अपने शासन में घुसपैठ रोक सकते थे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मोदी सरकार केंद्र में है । यहां सर्वानंद सोनोवाल को मुख्यमंत्री बनाएं और कोई बांग्लादेशी घुसपैठिया असम में दाखिल नहीं हो पाएगा।’’