गृह मंत्री अमित शाह अब पूरी ताकत के साथ उत्तर प्रदेश के चुनावी मैदान में उतर रहे हैं। शुक्रवार को शाह वाराणसी पहुंच रहे हैं और यहां वह सबसे बड़ी बैठक में शामिल होने वाले हैं। इस बैठक में राज्य के 403 सीट प्रभारियों के साथ चुनावी रणनीति पर मंथन होना है। इस बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी शामिल होंगे।

प्रधानमंत्री मोदी के लोकसभा क्षेत्र में होने वाली इस बैठक में लगभग 700 भाजपा नेता शामिल हो सकते हैं। इसमें 98 जिला स्तरीय नेता और क्षेत्रीय इकाइयों के अध्यक्ष भी शामिल होंगे। इसके अलावा पार्टी के राज्य प्रभारी और उपाध्यक्ष राधा मोहन सिंह, राज्य के चुनाव प्रभारी औऱ केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और दिनेश शर्मा भी पहुंचेंगे।

भाजपा के एक नेता ने ‘द इंडियन एक्सप्रेस’ को बताया, ‘अमित शाह राज्य के सभी पदाधिकारियों को संबोधित करेंगे। इसके अलावा वे कई लोगों से व्यक्तिगत बात करके फीडबैक ले सकते हैं। साथ ही वह उत्तर प्रदेश में चुनावी तैयारियों का जायजा लेंगे। इस बैठक में चुनाव की रूपरेखा तैयार की जा सकती है।’

बता दें कि इस बैठक को लेकर शहर में करीब 1000 होर्डिंग लगाई गई हैं। इसके अलावा राधामोहन सिंह का भी वाराणसी पहुंचना अहम है। इससे पहले 29 अक्टूबर को अमित शाह लखनऊ पहुंचे थे और उन्होंने पार्टी के सदस्यता अभियान की शुरुआत की थी। इसके अलावा उन्होंने यह भी स्पष्ट किया था कि 2022 के चुनाव में योगी आदित्यनाथ ही मुख्यमंत्री पद का चेहरा होंगे और उनकी अगुआई में चुनाव लड़ा जाएगा।

अमित शाह ने कहा था, अगर आप चाहते हैं कि 2024 में मोदी जी फिर से प्रधानमंत्री बनें तो आपको 2022 में योगी को यूपी का मुख्यमंत्री बनाना होगा। उसी दिन अमित शाह ने पार्टी के पूर्व सांसदों, विधायकों और अन्य नेताओं के साथ एक बैठक भी की थी।

यह भी बताते चलें कि साल 2014 में अमित शाह ही यूपी बीजेपी के प्रभारी थे औऱ पार्टी में लोकसभा चुनाव में बड़ी कामयाबी मिली थी। अपना दल के साथ मिलकर भाजपा ने 80 में से 73 सीटों पर जीत हासिल की थी और केंद्र में मजबूत बहुमत के साथ भाजपा की सरकार बनी थी।