कोरोना संकट के बीच एक तरफ जहां कहा जा रहा है कि जरूरत पड़ने पर ही घर से बाहर निकले और सार्वजनिक स्थलों और धार्मिक स्थलों पर 50 से ज्यादा की संख्या में लोगों की मौजूदगी पर भी मनाही है वहीं लोग इन नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं। ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि कोरोना से इस लापरवाही भरे रवैये से जंग जीती जाएगी?
दरअसल, लापरवाही भरा एक ऐसा ही मामला कर्नाटक के कोप्पल में सामने आया है जहां एक मंदिर में रथ यात्रा के दौरान हंगामा हो गया। वहां मौजूद भीड़ ने मंदिर का गेट तोड़ दिया। जिले की एसपी जी. संगीता के मुताबिक तहसीलदार ने डोटिहाल गांव के मंदिर में वार्षिक पूजा की अनुमति दी थी। कोरोना के प्रकोप को देखते हुए मंदिर के अंदर ही पूजा कि अनुमति दी गई थी। मंदिर के अंदर करीब 50 लोग आ चुके थे जिसके बाद गेट बंद कर दिया गया।
मंदिर के बाहर जमा भीड़ उग्र हो गई और मंदिर का गेट तोड़ दिया साथ ही मंदिर के रथ को भी बाहर ले गए। उग्र भीड़ पर काबू पाने के लिए पुलिस ने हल्का बल का इस्तेमाल किया और लाठीचार्ज करनी पड़ी। हालात पर काबू पाने के बाद मंदिर के गेट बंद कर दिए गए।
पुलिस का कहना है कि सीसीटीवी फुटेज के आधार पर 50 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और बाकियों की तलाश जारी है। घटना के बाद से गांव से काफी लोग गायब हैं और पुलिस इन लोगों का इंतजार कर रही है। घरों में अधिकांश महिलाएं और बच्चे हैं। बता दें कि कर्नाटक में कोरोना वायरस के 2.7 लाख से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। कोरोना के चलते अबकतक 4000 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।वहीं, राज्य में 82,000 एक्टिव केस हैं।