भारतीय जनता पार्टी के एक नेता ओमप्रकाश मिश्रा के एक कांड में पूरा यूपी पुलिस महकमा लपेटे में आ गया है। आरोप है कि नेता ने जमीन की फर्जी एनओसी की बदौलत पुलिस विभाग को करोड़ों रुपयों का चूना लगाया है। उत्तर प्रदेश के अमेठी में पुलिस लाइन निर्माण के लिए कुछ जमीनें अधिग्रहित की गई थीं, जिसमें नेता की भी जमीन शामिल थी। उन्होंने मुआवजा लेकर जमीन यूपी पुलिस को दे दी, लेकिन बाद में पता चला कि उस जमीन पर 78 लाख रुपये का लोन बकाया है।

बैंक नोटिस से हुआ खुलासा

पुलिस को बैंक के नोटिस से जब इस बात की जानकारी मिली कि जमीन पर 78 लाख रुपये का लोन बकाया है, तो नेता के खिलाफ एक्शन लिया गया और विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया गया। अब पुलिस ने रिकवरी का काम शुरू कर दिया है।

साल 2017 में पुलिस लाइन बनाने के लिए एक जमीन की पहचान की गई थी। पुलिस विभाग ने मुआवजा देकर लोगों से जमीनें अधिग्रहित की थीं। इसमें भाजपा नेता ओम प्रकाश मिश्रा की जमीन भी शामिल थी और उन्होंने भी मुआवजा लेकर अपनी जमीन पुलिस महकमे को सौंप दी। इसके बाद 3 जनवरी, 2023 को बैंक की तरफ से पुलिस विभाग को एक नोटिस मिला, जिसमें बताया गया कि नेता की जमीन पर 78 लाख रुपये लोन बकाया है।

एसपी डॉ. इलामारण ने कहा, “2017 में अमेठी जिले में नया पुलिस लाइन निर्माण के लिए जमीन अधिग्रहण हुआ था। इसमें एक व्यक्ति, जिनका नाम ओमप्रकाश मिश्रा है, उनकी जमीन भी अधिग्रहित हुई थी। जिस जमीन पर उनका पहले से ही 78 लाख रुपये का लोन है। उन्होंने धोखाधड़ी से उसी जमीन को प्रशासन को दिया है। अधिग्रहण के लिए उन्होंने जमीन का कंपेनसेशन भी लिया है। यह मामला पुलिस के संज्ञान में आया था। इस मामले में मुकदमा दर्ज कराकर आगे की विधिक कार्रवाई की जा रही है।”

इन धाराओं के तहत दर्ज हुआ मुकदमा

उन्होंने आगे कहा कि इसमें धारा है 467, 468 और 471 के तहत मामला दर्ज किया गया है। विवेचना करने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।