साल 2017 की शुरुआत में राजस्थान के अलवर जिले में कथित गौ-तस्करी के आरोप में पहलू खान नामक व्यक्ति को पीट-पीटकर मार डाला गया था। अब खबर आयी है कि पहलू खाने की मौत की पैरवी कर रहे पहलू खान के बेटों और अन्य गवाहों पर कथित तौर पर हमला किया गया है। इस हमले में कोई घायल नहीं हुआ है। खबर के अनुसार, पहलू खान की हत्या के मामले में गवाह पहलू खान के बेटों पर एक काली एसयूवी में आए लोगों ने जानलेवा हमला किया। चश्मदीदों के अनुसार, इस काली एसयूवी पर कोई नंबर प्लेट भी नहीं थी। यह हमला उस वक्त किया गया, जब पहलू खाने मॉब लिंचिंग मामले की सुनवाई के बाद पहलू खान के बेटे अलवर के बहरोड़ लौट रहे थे।
बता दें कि साल 2017 के अप्रैल माह में राजस्थान के अलवर में कथित गौरक्षकों की एक भीड़ ने गायें लेकर जा रहे कुछ लोगों की बुरी तरह से पिटाई कर दी थी। इस पिटाई में 55 वर्षीय पहलू खान को गंभीर चोटें आयी थीं, जिससे उनकी मौत हो गई थी। इस हादसे में कई लोगों को चोटें भी आयीं थी। वहीं इस घटना में घायल हुए पहलू खान के बेटे इरशाद का कहना है कि उनका डेयरी का कारोबार है और वह जयपुर से गाय और भैंस दूध बढ़ाने के लिए खरीदकर ला रहे थे। लेकिन कथित गौ-रक्षकों ने उन्हें गौ-तस्कर समझ लिया और उन पर हमला कर दिया। घटना के 2 दिन बाद पहलू खान की मौत हो गई थी। इस घटना के बाद पूरे देश में मॉब लिंचिंग का यह मामला सुर्खियों में आ गया था।
Witnesses including Pehlu’s sons were allegedly fired upon by unknown men in a black SUV, without a number plate, while they were going to Alwar’s Behror to depose in Pehlu’s lynching. #Rajasthan @IndianExpress
— Hamza Khan (@Hamzwa) September 29, 2018
बाद में सितंबर 2017 में राजस्थान पुलिस ने इस मामले में नामजद 6 आरोपियों को क्लीन चिट दे दी थी। इस पर पहलू खान के परिजनों ने आपत्ति जतायी थी और उच्च स्तरीय स्तर पर इस मामले की जांच की मांग की थी। फिलहाल पहलू खान की हत्या के मामले में 9 लोग आरोपी हैं। 6 लोगों को क्लीन चिट दिए जाने के मुद्दे पर राजस्थान पुलिस ने कहा कि मौके पर मौजूद लोगों द्वारा दिए गए बयानों, फोटो, मोबाइल फोन लोकेशन आदि की जांच के बाद ही क्लीन चिट दी गई है। उल्लेखनीय है कि पहलू खान ने अपनी मौत से पहले भीड़ में शामिल लोगों के नाम बताए थे, जिसके आधार पर पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी की थी।