Allahabad University Fees Increase Protest: केंद्रीय विश्वविद्यालय इलाहाबाद यूनिवर्सिटी की फीस में 400 फीसदी की बढ़ोतरी की गई है। फीस बढ़ाए जाने को लेकर विश्वविद्यालय के छात्रों में रोष है वो फीस बढ़ाए जाने को लेकर लामबंद हो रहे हैं। 31 अगस्त को यूनिवर्सिटी में फीस बढ़ाए जाने के बाद पूरे विश्वविद्यालय के छात्र नाराज हैं। पिछले 20 दिनों से छात्रों के रुख को देखते हुए यूनिवर्सिटी कैंपस में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। सभी छात्र संगठन विश्वविद्यालय के इस फैसले के खिलाफ एकजुट होते हुए दिखाई दे रहे हैं।

मंगलवार (20 सितंबर) को छात्र एकजुट होकर इस मामले पर आर-पार की तैयारी कर रहे हैं। छात्र विश्वविद्यालय के छात्रसंघ भवन पर इकट्ठा हो रहे हैं और कुलपति के खिलाफ लगातार नारेबाजी कर रहे हैं। आदर्श भदौरिया नाम के एक छात्र ने आत्मदाह की कोशिश की थी जिसके बाद उसने आत्मदाह की वजह बताते हुए कहा कि छात्र आंदोलन में शामिल होने की वजह से पुलिस ने उसके घर वालों को परेशान किया था। जिससे तंग आकर उसने अपने ऊपर पेट्रोल छिड़क लिया था।

फीस बढ़ोतरी के बाद शुरू हुई सियासत

इलाहाबाद विश्वविद्यालय में फीस बढ़ोतरी को लेकर छात्र आंदोलन कर रहे हैं तो वहीं सियासी दल भी सूबे की योगी सरकार पर हमला बोलने से बाज नहीं आ रहे हैं। बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने ट्वीट कर कहा, ‘इलाहाबाद विश्वविद्यालय द्वारा फीस में एकमुश्त भारी वृद्धि करने के विरोध में छात्रों के आन्दोलन को जिस प्रकार कुचलने का प्रयास जारी है वह अनुचित व निन्दनीय। यूपी सरकार अपनी निरंकुशता को त्याग कर छात्रों की वाजिब माँगों पर सहानुभतिपूर्वक विचार करे, बीएसपी की मांग।’

प्रसपा ने किया था छात्रों का समर्थन

इसके पहले शिवपाल सिंह यादव की पार्टी प्रगतिशील समाजवादी पार्टी का एक प्रतिनिधि मंडल सोमवार को इलाहाबाद में छात्रों के आंदोलन को समर्थन देने के लिए विश्वविद्यालय पहुंचा था। जिस समय प्रसपा नेता इस आंदोलन को समर्थन करने पहुंचे थे, उसी समय आदर्श नाम के छात्र ने आत्मदाह का प्रयास किया था। यहां अब देखने वाली बात होगी कि प्रशासन छात्रों के इस आंदोलन से कैसे निपटता है?

100 सालों के बाद फीस बढ़ोतरी, जानिए अब तक क्या थी फीस

एबीपी न्यूज के मुताबिक इलाहाबाद विश्वविद्यालय ने 100 सालों के बाद फीस बढ़ोतरी का फैसला लिया है। हालांकि ये कोई पहला मौका नहीं है जब छात्रों की फीस बढ़ाए जाने की बात कही गई हो। इसके पहले भी विश्वविद्यालय ने फीस बढ़ाने की कई बार कोशिश की थी लेकिन छात्रों के आंदोलन और सियासी दखल के चलते ये लागू नहीं हो पाया था। ग्रेजुएशन के छात्रों से इलाहाबाद में ट्यूशन फीस के तौर पर अभी तक सिर्फ 12 रुपये महीने के हिसाब से कुल 144 रुपये पूरे साल के लिए जाते थे जबकि अन्य खर्च जैसे परीक्षा फीस, बिल्डिंग की मरम्मत, गरीब छात्रों का फंड, लाइब्रेरी, मार्कशीट, स्पोर्ट्स आई-कार्ड आदि सबकुछ मिलाकर 975 रुपये लिये जाते थे।

जानिए बढ़ोतरी के बाद छात्रों को कितनी देनी होगी फीस

विश्वविद्यालय के नए फीस स्लैब के मुताबिक अब ग्रेजुएशन के छात्रों को साल में 975 रुपये के बदले 3901 रुपये फीस देनी होगी। छात्रों को प्रैक्टिकल फीस के लिए पहले 145 रुपये देने होते थे लेकिन बढ़ोतरी के बाद अब 250 रुपये देने होंगे। एमएससी के छात्रों को पहले 1861 रुपये सालाना फीस देनी होती थी जो अब बढ़कर 5401 रुपये हो जाएगी। इसी तरह से एमकॉम के छात्रों की सालाना फीस 1561 रुपये होती थी जो अब बढ़कर 4901, हो जाएगी। लॉ के ग्रेजुएशन के छात्रों को तीन साल की फीस 1275 से 4651 कर दी गई है जबकि एलएलएम की फीस 1561 से बढ़कर 4901 और पीएचडी की सालाना फीस 501 से बढ़ाकर 15300 रुपये सालाना हो जाएगी। इसमें लगभग 30 गुना की बढ़ोतरी की गई है।