UP Madarsa Survey: यूपी में अवैध मदरसों के सर्वे पर समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक हाजी जमीर उल्लाह ने विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा कि अगर सर्वे के बाद मदरसों पर कोई कार्रवाई की गई तो हर घर-घर में मदरसे होंगे। माना जा रहा है कि उनके इस बयान पर यूपी में सियासी पारा चढ़ सकता है।
हाजी जमीर उल्लाह ने कहा कि इस्लाम को मदरसों की दीवार तोड़ने से कोई खतरा नहीं है, ऐसे फैसलों से इस्लाम और मजबूत हो रहा है। पूर्व सपा विधायक ने कहा कि सरकार द्वारा अवैध मदरसों की जांच के बाद अगर मदरसों पर पाबंदी लगाने की कोशिश हुई तो फिर घर-घर में मदरसे होंगे। गौरतलब है कि हाल ही पिछले दिनों प्रशासनिक जांच में 103 मदरसे अवैध पाये जा चुके हैं।
वहीं पूर्व सपा विधायक हाजी जमीर उल्लाह ने एक टीवी चैनल से बात करते हुए कहा, “जब मदरसों के पंजीकरण का कानून हाल में बना तो फिर पहले के मदरसे अवैध होंगे क्या?” उन्होंने कहा कि अगर मदरसों पर खराब नीयत रखी गई तो फिर मदरसों को घर-घर खोला जाएगा। आज से 40 साल पहले घरों में ही मदरसे होते थे। मदरसों के अंदर दीनी तालीम दी जाती थी और स्कूलों में दुनिया की तालीम दी जाती थी।
हाजी जमीर उल्लाह ने कहा, “अगर तालाब में कोई एक मछली गंदी निकली तो क्या पूरे तालाब को सजा मिलेगी। अगर कोई गलती करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाए।” उन्होंने कहा कि अगर आप पाबंदी लगाते हैं तो हमें कुरान पढ़वाना ही होगा तो हम अपने घर में ही इसकी व्यवस्था कर लेंगे।
सपा नेता ने कहा कि कुरान न कभी रुका है न आगे रुकेगा। सरकार जितना इस मामले में उंगली करेगी, मुसलमान अपने बच्चों को उतना ही कुरान की तालीम दिलाएंगे।
आपको बता दें कि कुछ दिन पहले यूपी सरकार ने मदरसों की जांच के आदेश दिए थे। इस जांच के तहत अलीगढ़ जनपद के 103 मदरसों को अवैध रूप से संचालित होते पाया गया। इसको लेकर अलीगढ़ के डीएम इन्द्र विक्रम सिंह ने शासन को रिपोर्ट सौंपी थी।