होली के त्योहार से पहले उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में एक मस्जिद को तिरपाल से कवर कर दिया गया है। पिछले तकरीबन 6-7 सालों से होली के दौरान मस्जिद को तिरपाल से ढक दिया जाता है। इस बार भी काले रंग की तिरपाल से मस्जिद के हिस्से को कवर कर दिया गया है।
अतिसंवेदनशील इलाके में शांति बनाए रखने के उद्देश्य से मस्जिद को ढका गया
अब्दुल करीम मस्जिद, अलीगढ़ के अतिसंवेनशील इलाके में मौजूद है, जिस हलवाइयों वाली मस्जिद के नाम से भी जाना जाता है। दरअसल, 8 मार्च यानी बुधवार को होली है और यह इलाका काफी संवेदनशील है। ऐसे में होली खेलने के दौरान रंग मस्जिद में ना चला जाए इसलिए एहतियातन मस्जिद को ढक दिया गया है। प्रशासन का कहना है कि इलाके में शांति बनाए रखने के उद्देश्य से ऐसा किया गया है।
इस कदम से यह सुनिश्चित होगा कि अलीगढ़ के सबसे संवेदनशील चौराहे पर स्थित अब्दुल करीम मस्जिद पर रंग ना लग सके। समाचार एजेंसी एएनआई ने बताया कि सोमवार रात मस्जिद को काले रंग की तिरपाल से ढक दिया गया था। मस्जिद के प्रबंधन निकाय के हाजी मोहम्मद इकबाल ने एएनआई को बताया, “प्रशासन के निर्देश पर, हम मस्जिद को तिरपाल से ढक देते हैं ताकि कोई भी मस्जिद में रंग या गंदगी न फेंके।”
6-7 साल से मस्जिद को ढका जा रहा
एक निवासी अकील पहलवान ने कहा, “जब से उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार आई है, लगभग 6 से 7 साल से मस्जिद को ढका जा रहा है। प्रशासन की मदद से हम मस्जिद को ढक देते हैं ताकि कोई रंग या गंदगी न फेंके।” होली नजदीक आने के साथ ही त्योहार की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। लोगों में उत्साह की भावना है क्योंकि वे अपने दोस्तों और परिवार के साथ रंगों के त्योहार में शामिल होने की तैयारी कर रहे हैं। होली का त्योहार समग्रता और मानवता की भावना का जश्न मनाता है। होली का त्योहार बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है और इसे दो दिन मनाया जाता है- होलिका दहन और होली मिलन।