उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मंगलवार को कहा कि वस्तु व सेवा कर (जीएसटी) से सरकार व व्यापारियों को नुकसान होगा। इसलिए उनकी पार्टी बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की तरह बिना सोचे-समझे संसद में इससे संबंधित विधेयक का समर्थन नहीं करेगी।

मुख्यमंत्री ने मंत्रिपरिषद की बैठक के बाद संवाददाताओं से बातचीत में जीएसटी विधेयक संबंधी सवाल पर कहा कि उनकी पार्टी बिना सोचे-समझे इस विधेयक का समर्थन नहीं करेगी। जीएसटी से राज्य सरकार को राजस्व का नुकसान होगा। साथ ही व्यापारियों को भी नुकसान होगा। बसपा मुखिया मायावती के जीएसटी विधेयक का समर्थन किए जाने पर उन्होंने कहा कि बसपा के लोगों ने रास्ता ठीक करने के लिए दीवार गिराए जाने पर धरना दिया, जिसमें बमुश्किल सौ लोग ही जुट सके। जीएसटी पर बसपा के समर्थन से कोई फर्क नहीं पड़ेगा। बसपा ने जीएसटी पर चर्चा हुए बिना ही उसका समर्थन कर दिया। उन्होंने मायावती पर निशाना साधते हुए कहा कि नुकसान तो राज्य सरकार का होगा। सरकार के खजाने में पैसा कम आएगा। व्यापारी वर्ग को नुकसान होगा। फिर भी उन्होंने बिना सोचे-समझे संसद में कह दिया कि हम जीएसटी के पक्ष में हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा- मान लीजिए कि केंद्र सरकार ने केंद्र प्रायोजित योजनाएं खत्म कर दीं। इससे सबसे ज्यादा नुकसान उत्तर प्रदेश का हुआ। अगर जीएसटी लागू होगा तो क्कया फार्मूला होगा, अभी तो इस पर चर्चा होनी है। बहुत सारी जानकारी मिलनी है। लेकिन बसपा अभी से कह रही है कि वह जीएसटी के पक्ष में है।

अखिलेश ने केंद्र पर असहयोग का आरोप लगाते हुए कहा कि वह अब इस मामले में गेंद सांसदों के पाले में डालने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैंने केंद्र को काफी पत्र लिखे हैं। लेकिन अभी तक अप्रैल-मई में हुई ओलावृष्टि से फसलों के नुकसान का पैसा नहीं मिला है। अब सूखे के आसार हैं। सरकार किसानों की मदद करना चाहती है। सबसे ज्यादा असर आने वाले समय में दिखाई देगा। अकाल की स्थिति बनी तो क्या होगा। इसलिए तैयारी आज करनी होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि संसद का सत्र चल रहा है। मैंने केंद्र को अब तक जितने भी पत्र लिखे हैं, उनकी कॉपी सभी संसद सदस्यों को जल्द भिजवा दूंगा, ताकि वे सदन में कुछ सवाल केंद्र के सामने उठाकर प्रदेश की मदद करें।

किसानों के बकाया गन्ना मूल्य के भुगतान के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि गन्ना मूल्य का भुगतान होगा और चीनी मिलें समय पर चलेंगी। हाल में गोरखपुर और कन्नौज में जहरीली शराब पीने से कई लोगों की मौत के मामले में पूछने पर उन्होंने कहा कि ऐसे सभी मामलों में दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। बांके बिहारी मंदिर और विंध्यवासिनी देवी मंदिर में सुविधाओं को बेहतर बनाने के सरकार के प्रयासों के बारे में मुख्यमंत्री ने कहा कि बनारस में मंदिर और परिसर कैसे अच्छा हों, इसके लिए इंतजाम हो रहा है। ये तमाम ऐसे स्थल हैं जहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु जाते हैं। उन्हें सुविधा भी मिले, उन्हें दर्शन आसानी से हों, यह कोशिश हर सरकार को करनी चाहिए।