उत्तर प्रदेश में 10 सीटों पर विधानसभा के उपचुनाव होने हैं। जिसको लेकर प्रदेश की मुख्य विपक्षी समाजवादी पार्टी ने तैयारी शुरू कर दी है। इसी को लेकर समाजवादी पार्टी ने 6 सीटों पर प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया है। हालांकि अभी चार सीटों पर उम्मीदवार का ऐलान बाकी है। जिसमें से उम्मीद लगाई जा रही है कि समाजवादी पार्टी सहयोगी दल कांग्रेस को राष्ट्रीय लोक दल (आरएलडी) वाली 2 सीटें दे सकती हैं।
साल 2022 में हुए विधानसभा चुनाव में आरएलडी खैर और मीरापुर पर लड़ी थी। जानकारी के अनुसार यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा प्रमुख अखिलेश यादव खैर और मीरापुर में से एक और गाजियाबाद सदर सीट कांग्रेस को दे सकती है।
चारु पर कांग्रेस लगा सकती है दांव
खैर में कांग्रेस ने तैयारी शुरू कर दी है। पिछले दिनों अलका लांबा ने दलित बिरादरी से आने वाली चारु केन को पार्टी में शामिल कराया था। चारु जाट घर की बहू हैं। इससे पहले चारु बसपा के टिकट पर चुनाव लड़कर यहीं से 65000 वोट ला चुकी हैं। वैसे भी खैर जाट बाहुल्य इलाका है। ऐसे में कांग्रेस के लिए चारु सबसे उपयुक्त बैठ रही हैं। जिसपर पार्टी दांव लगा सकती है। जो दलित और जाट दोनों वोटों को अपने पाले में कर सके।
ये हैं विधानसभा के सपा उम्मीदवार
कुनर्की, खैर, मीरापुर और गाजियाबाद सीट पर इंडिया गठबंधन की ओर से उम्मीदवार उतारा जाना बाकी है। जबकि समाजवादी पार्टी ने करहल से तेज प्रताप यादव, कटेहरी से शोभावती वर्मा, मझवां से ज्योति बिंद, सीसामऊ से नसीम सोलंकी, फूलपुर से मुस्तफा सिद्दीकी और मिल्कीपुर से अजित प्रसाद को प्रत्याशी बनाया है।
अखिलेश के भतीजा मैदान में
साल 2022 में अखिलेश यादव मैनपुरी की करहल विधानसभा से चुनाव जीते थे। हालांकि बीते लोकसभा चुनाव में अखिलेश यादव ने कन्नौज से जीतकर लोकसभा पहुंचे हैं। अब अखिलेश ने करहल सीट से अपने भतीजे तेजप्रताप यादव को उम्मीदवार बनाया है। इसके पहले तेज प्रताप यादव 2014 में हुए मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव में जीतकर संसद पहुंचे थे।
हालांकि अभी इन उपचुनावों को लेकर निवार्चन आयोग ने कोई ऐलान नहीं किया है। फिर भी उम्मीद लगाया जा रहा है कि महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनाव के साथ ही आयोग उपचुनाव करा सकती है।