उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों और एमएलसी चुनावों के बाद हालिया रामपुर और आजमगढ़ उपचुनावों में हार के बाद समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने बड़ा एक्शन लिया है। अखिलेश यादव ने पार्टी के प्रदेश अध्‍यक्ष को छोड़कर सभी इकाइयों को भंग कर दिया है। इसमें पार्टी के सभी युवा संगठनों, महिला सभा, सभी प्रकोष्ठों के राष्ट्रीय अध्यक्ष, प्रदेश अध्यक्ष,जिला अध्यक्ष सहित राष्ट्रीय,राज्य, जिला कार्यकारिणी को भंग कर दिया गया है। अखिलेश यादव अब नए सिरे से संगठन को खड़ा करने की दिशा में काम कर सकते हैं।

समाजवादी पार्टी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल के जरिए रविवार को अखिलेश यादव के इस फैसले की जानकारी दी गई है। इसमें कहा गया है, “समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने तत्काल प्रभाव से सपा यूपी के अध्यक्ष को छोड़कर पार्टी के सभी युवा संगठनों, महिला सभा एवं अन्य सभी प्रकोष्ठों के राष्ट्रीय अध्यक्ष, प्रदेश अध्यक्ष,जिला अध्यक्ष सहित राष्ट्रीय,राज्य, जिला कार्यकारिणी को भंग कर दिया है।” उत्तर प्रदेश इकाई के अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल हैं।

लगातार चुनावों में सपा को मिली है हार: विधानसभा चुनावों के बाद लोकसभा उपचुनावों में सपा को रामपुर और आजमगढ़ के मजबूत गढ़ भी गंवाने पड़े हैं। आजमगढ़ से दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ ने अखिलेश यादव के चचेरे भाई धर्मेंद्र यादव को हराया जबकि रामपुर से घनशयाम लोधी ने जीत हासिल की। विधानसभा चुनावों के बाद एमएलसी चुनावों में भी पार्टी करारी हार का सामना करना पड़ा था। इस चुनाव में भी बीजेपी को जबरदस्त जीत हासिल हुई जबकि, समाजवादी पार्टी का खाता भी नहीं खुल सका।

माना जा रहा है कि चुनावों में मिल रही लगातार हार के बाद अखिलेश यादव नए सिरे से संगठन को खड़ा करने की दिशा में काम करेंगे और मिशन 2024 के लिए तैयार हो रही सपा को मजबूती देने के लिए जल्‍द ही आंतरिक अभियान छेड़ेंगे। साथ ही विधानसभा चुनावों, एमएलसी चुनावों के बाद लोकसभा उपचुनावों में हार के बाद अखिलेश यादव पार्टी में हर स्‍तर पर जवाबदेही तय कर सकते हैं।