आगामी चुनावों से पहले रिजर्व बैंक की एक रिपोर्ट के अनुसार उत्तर प्रदेश में प्रति व्यक्ति आमदनी में गिरावट दर्ज की गई है। इसी कड़ी में अखिलेश यादव और बीसएपी प्रमुख मायावती ने योगी सरकार पर हमला बोला है। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि सपा सरकार की तुलना में उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार के समय में राज्य में प्रति व्यक्ति आय घटकर अब लगभग एक तिहाई रह गयी है। उन्होंने कहा कि महंगाई कई गुनी लेकिन कमाई और बैंक में बचत ब्याज दर आधी रह गयी है। अच्छे दिन का वादा करनेवाले भाजपाई बताएं कि इस आर्थिक बदहाली में आम आदमी करे तो करे क्या।
अखिलेश यादव ने इस टिप्पणी के साथ एक ग्राफ भी साझा किया है, जिसमें उन पांचों राज्यों की प्रति व्यक्ति आय की जानकारी दी गई है, जिनमें अगले कुछ महीनों में चुनाव होने हैं। ग्राफ के अनुसार, उत्तर प्रदेश में वित्त वर्ष 2013 से 2017 के बीच प्रति व्यक्ति आमदनी में बढ़ोतरी की दर 5 प्रतिशत दर्ज की गई थी। वित्त वर्ष 2018 से 20 (कोरोना काल) में यह गिरकर 3 प्रतिशत पर आ गई। वहीं अगर कुल वित्त वर्ष 2018 से 2022 तक का आंकलन करें तो यह 1.8 प्रतिशत पर नजर आती है।
इससे पहले अखिलेश यादव ने कहा था कि योगी राज में गन्ने के किसान अपनी बकाया राशि को लेकर परेशान हैं, अन्य किसान बिजली के बिल से परेशान हैं। बुनकरों की अपनी एक समस्या है। महिला उत्पीड़न से लेकर अपराध के आंकड़ों में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। अखिलेश यादव के अनुसार ऐसे में समाज का हर वर्ग परेशान व दुखी है। नोटबंदी और जीएसटी ने अर्थव्यवस्था को कमजोर कर दिया है। उन्होंने कहा कि सरकार सिर्फ विज्ञापनों के जरिए लोगों को गुमराह कर रही है।
अखिलेश यादव की तर्ज पर बीएसपी प्रमुख मायावती ने भी केंद्र और राज्य सरकार का कघटरे में खड़ा किया। उन्होंने कहा कि बीजेपी विकास के अपने खोखले दावों का पर्दाफाश होने के बाद एक बार फिर हिंदू-मुस्लिम के पुराने संकीर्ण मुद्दे पर लौट आई है। मायावती ने सिलसिलेवार ट्वीट में कहा, “उत्तर प्रदेश चुनाव से पहले यहां भाजपा के विकास के दावों के खोखले होने का पर्दाफाश होने से अब यह पार्टी धार्मिक भावनाओं से खिलवाड़ और हिन्दू-मुस्लिम के पुराने संकीर्ण मुद्दे पर वापस आ गई है। मगर लोग फिर से उसके छलावे में आने वाले नहीं हैं।”
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा “उत्तर प्रदेश के करोड़ों लोगों के गरीब और पिछड़े बने रहने संबंधी रिजर्व बैंक के ताजा आंकड़े इस आम धारणा को प्रमाणित करते हैं कि भाजपा के विकास के दावे हवा-हवाई और जुमलेबाजी हैं।” बसपा सुप्रीमो ने जानना चाहा, “यहां इनकी ’डबल इंजन’ की सरकार में भी ऐसा क्यों है?”