केंद्रीय गृहमंत्री रविवार से उत्तर प्रदेश के दौरे पर हैं। सोमवार को वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचे। उनके साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी नजर आए। इस सियासी चहलकदमी से गलियों के शहर कहे जाने वाले वाराणसी में भीषण जाम की स्थिति पैदा हो गई। कई जगहों पर वाहनों की लंबी कतारें नजर आने लगीं। इसी कड़ी में वाराणसी के पुलिस लाइन चौराहे के पास एक एंबुलेस जाम में फंस गई। जिसको निकलवाने के लिए कांग्रेस के पूर्व विधायक अजय राय को सड़क पर उतरना पड़ा।

अजय राय ने अपने साथियों के साथ मिलकर जाम से उस एंबुलेंस को निकाला। काफी दूर तक वीडियो कैमरा उनको रिकॉर्ड करता रहा। अब यह वीडिय़ो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जाम के दूसरे छोर पर अजय राय जब अपने साथियों के साथ पहुंचे तो ट्रैफिक पुलिस से एंबुलेंस को जाने के लिए कहा, इसके बाद एंबुलेंस वहां से निकल सकी।

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अमित शाह ने वाराणसी में विश्वनाथ मंदिर के दर्शन किए उसके बाद वह मिर्जापुर के लिए रवाना हो गए, मिर्जापुर में उन्होंने मां विन्ध्यवासिनी कॉरिडोर परियोजना का शिलान्यास किया। इस मौके पर सीएम योगी की तारीफ करते हुए शाह ने कहा कि उत्तर प्रदेश में सीएम योगी ने जो परिवर्तन किया है, उसके आधार पर मैं कह सकता हूं कि यूपी में एक बार फिर प्रचंड बहुमत से बीजेपी की सरकार बनेगी।

बताते चलें कि आगामी कुछ महीनों में उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में भारतीय जनता पार्टी योजनाओं के जरिए जनता के मिजाज को भापने की कवायद में जुटी हुई है। रविवार को गृहमंत्री लखनऊ में थे, वहां उन्होंने एक कॉलेज की आधार शिला रखी थी।

 

साल 2014 के लोकसभा चुनावों के बाद वाराणसी जिले का राजनीतिक महत्व भी बढ़ गया है। प्रधानमंत्री का संसदीय क्षेत्र बन जाने के बाद यहां आने वाली सियासी शख्सियतों की संख्या बढ़ी है। हालांकि 2014 से पहले भी यहां दिग्गजों का आना जाना लगा रहता था लेकिन उसके पीछे वाराणसी शहर की पौराणिक मान्यताएं और अध्यात्म था।