TV Debate on Kanpur Violence: मंगलवार को एक टीवी शो के दौरान कानपुर हिंसा को लेकर डिबेट जारी थी, इस डिबेट में कानपुर की हिंसा में पत्थरबाजों के समर्थन में बोल रहे AIMIM नेता कलीमुल हाफिज को एक पैनलिस्ट में एकदम शॉक्ड कर दिया। इस पैनलिस्ट ने कलीमुल हाफिज से पूछा कि क्या पत्थर आसमान से ही बरसने लगे थे? ये सवाल सुनते ही कलीमुल हाफिज एकदम भौचक्के रह गए। वहीं इस डिबेट में कानपुर के पत्थरबाजों का समर्थन कर रहे समाजवादी पार्टी के नेता राजकुमार भाटी से सवाल करते हुए एंकर चित्रा त्रिपाठी ने सवाल किया, पहले पुलिसवालों पर पत्थरबाजी की जाती है फिर पेट्रोल खरीद कर पेट्रोल बम बनाए जाते हैं और फिर वहां पर दंगा फैलाया जाता है ऐसे लोगों पर अगर बुलडोजर वाली कार्रवाई हो रही है तो क्या गलत हो रहा है?

इस सवाल के जवाब में सपा प्रवक्ता ने कहा, हिंसा किसी भी तरह से सहनीय नहीं है। हिंसा नहीं होनी चाहिए और उसका समर्थन भी नहीं किया जा सकता है। लेकिन सरकार को भी ये बात तय करनी चाहिए कि वो विपक्षीय कार्रवाई नहीं करे। सरकार को अपने राजनीतिक विरोधियों को डराने के लिए बुलडोजर कार्रवाई नहीं करनी चाहिए। सपा प्रवक्ता के इस जवाब के बाद एंकर चित्रा त्रिपाठी ने पत्थरबाजों की वीडियो और सरकार द्वारा सीसीटीवी फुटेज से जारी किए गए 40 लोगों की तस्वीरें दिखाते हुए पूछा कि इनमें से कौन विपक्ष का नेता है? और सरकार किसके खिलाफ गलत कार्रवाई कर रही है? और किस राजनीतिक विरोधी पर कार्रवाई की जा रही है?

विशाल मिश्रा का AIMIM प्रवक्ता कलीमुल हफीज पर तंज
जब डिबेट के दौरान AIMIM प्रवक्ता कलीमुल हफीज लगातार एक के बाद एक करके एंकर पर सवालों की बौछार किए जा रहे थे और अपनी ही बात पर अड़े थे कि देश में नफरत का माहौल भारतीय जनता पार्टी और वीएचपी वाले करवा रहे हैं तो डिबेट में आए राजनीतिक विश्लेषक विशाल मिश्रा ने AIMIM प्रवक्ता कलीमुल हफीज पर तंज कसते हुए उनसे सवाल किया, ‘इतनी भारी मात्रा में पत्थर कहां से आए वहां पर?… तो क्या पत्थर आसमान से बरस रहे थे। जो आपने इकट्ठा करके पुलिस वालों को मारना शुरू कर दिया था।’

एंकर ने पूछा दंगाईयों और उपद्रियों के खिलाफ कार्रवाई से आपको तकलीफ क्यों?
इसके बाद एंकर चित्रा त्रिपाठी ने AIMIM नेता से सवाल पूछते हुए कहा, जो दंगाई हैं, जो उपद्रवी हैं अगर उनके खिलाफ पुख्ता सबूत आते हैं और वो दोषी पाए जाते हैं ऐसे में उनके खिलाफ कार्रवाई हो रही है तो आपको क्यों तकलीफ हो रही है? ऐसे आरोपियों को आकिरकार बचाने का काम क्यों किया जा रहा है? इसके जवाब में कलीमुल हाफिज ने कहा, ये नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल जैसे भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ताओं ने जो नफरत फैलाई है ये उसी का नतीजा है दुनिया के 16 देशों ने हमारा समर्थन किया है।

प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति की सुरक्षा को हो सकता था खतरा
एंकर चित्रा त्रिपाठी ने कलीमुल हफीज से पूछा, कानपुर में उस समय प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति भी मौजूद थे उनकी सुरक्षा को भी खतरा हो सकता था। इसके जवाब में कलीमुल हाफिज ने कहा आप बताइए जो दूसरी वीडियो है जिसमें पुलिस भी पत्थर चला रही है क्या उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी? क्या कानपुर प्रशासन उनके खिलाफ भी एनएसए लगाएगा? इनको वहां मौजूद पत्थरबाजी करने वाले सारे के सारे मुस्लिम ही नजर आ रहे हैं? कलीमुल हफीज ने कहा इन छोटे-छोटे बच्चों के हाथों में भारतीय जनता पार्टी नफरत वाली भाषा से पत्थर पकड़ा रही है। वो लोग तो अपने लोकतांत्रिक तरीके से प्रदर्शन कर रहे थे।