मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ के नेतृत्व वाली यूपी सरकार में शहरों के नाम बदले जाने पर हैदराबाद से सांसद और AIMIM अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने भाजपा अध्यक्ष अमित शाह पर निशाना साधा है। ओवैसी ने अमित शाह से पूछा है कि वो अपना नाम कब बदल रहे हैं? क्योंकि उनके नाम में जो ‘शाह’ आता है वो तो फारसी शब्द है। ओवैसी ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘उत्तर प्रदेश में नाम बदले जा रहे हैं। इलाहाबाद का नाम प्रयागराज रख दिया गया। अब आगरा का नाम बदलने वाले हैं। अयोध्या का नाम बदला दिया। हर जगह का नाम बदला जा रहा है। शाह भी अपना नाम बदलें। अमित शाह के नाम में जो शाह है, वो फारसी का शब्द है। अब क्या वह इस नाम को बदलेंगे या रखेंगे?’

बता दें कि ओवैसी से पहले मशहूर इतिहासकार इरफान हबीब ने अमित शाह के नाम को लेकर भाजपा पर निशाना साधा था। रविवार (11 नवंबर, 2018) को उन्होंने कहा, ‘पार्टी को अमित शाह का नाम बदलने पर ध्यान देना चाहिए। उनका सरनेम शाह ईरानी मूल का है, ना कि गुजराती।’ अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर हबीब ने कहा कि यहां तक गुजरात भी ईरानी मूल का शब्द है। पहले इसे गुजरातरा बोला जाता है। इसलिए इस राज्य का नाम भी बदला जाना चाहिए।

बता दें कि इतिहासकार हबीब ने भाजपा विधायक संगीत सोम द्वारा मुजफ्फरनगर का नाम बदलने की मांग की भी तीखी आलोचना की थी। उन्होंने कहा था कि यह स्पष्ट रूप से सांप्रदायिक है। एक ट्वीट में हबीब लिखते हैं, ‘अब मुजफ्फरनगर का नाम लक्ष्मीनगर करने की मांग स्पष्ट रूप से सांप्रदायिक है। 1633 में सैय्यद मुजफ्फर खान द्वारा स्थपाना के बाद से किसी ने इसका नाम नहीं बदला है। मुजफ्फर शाहजहां के समय में बेहद सम्मानित व्यक्ति थे। अब दंगों के आरोपी संगीत सोम द्वाया यह मांग की जा रही है।’