महाराष्ट्र की राजनीति में नई वाइन पॉलिसी को लेकर हंगामा मचा है। एआईएमआईएम सांसद ने इस मामले पर अब उद्धव सरकार को चुनौती और धमकी दोनों दी है। ओवैसी की पार्टी के नेता का कहना है कि अगर सरकार ने सुपर मार्केट और ग्रॉसरी स्टोर में वाइन बेची तो वो तोड़फोड़ मचा देंगे।
औरंगाबाद से एआईएमआईएम के सांसद इम्तियाज जलील ने शिवसेना को इस मामले पर धमकी दी है। इम्तियाज जलील ने यहां तक कहा कि अगर राज्य सरकार पिछले सप्ताह घोषित फैसले को लागू करने पर जोर देती है, तो वो ‘शिवसेना शैली’ में आंदोलन करेंगे।
ओवैसी के सांसद ने कहा- “मैं अजीत पवार और पूरी महाराष्ट्र सरकार, शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस को चुनौती देता हूं। हिम्मत है तो औरंगाबाद के किसी भी किराना दुकान या सुपर शॉप में शराब की दुकान खोलो। अगर किराने की दुकान में शराब की दुकान शुरू हो जाती है, तो भी मैं और मेरे कार्यकर्ता इसे तोड़ देंगे”।
सांसद इम्तियाज जलील ने सीएम को अपने जिले में ऐसे किसी भी दुकान को उद्घाटन करने की भी चुनौती दी। उन्होंने कहा- “हम इसका पुरजोर विरोध करेंगे और जरूरत पड़ने पर इसे तोड़ देंगे। मैं इसकी पूरी जिम्मेदारी लूंगा”।
इससे पहले महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी राज्य सरकार के इस फैसले पर हमला बोला था। उन्होंने इसे “शराब उद्योग के लिए एमवीए का विशेष प्रेम” करार दिया था और कसम खाई थी कि वह महाराष्ट्र को ‘मद्य-राष्ट्र’ नहीं बनने देंगे।
बता दें कि एक महत्वपूर्ण कदम में महा विकास अघाड़ी यानि कि एमवीए सरकार ने 27 जनवरी को सभी सुपरमार्केट और वॉक-इन स्टोर्स को एक शेल्फ-इन-शॉप के माध्यम से कुछ प्रतिबंधों और शुल्कों के साथ वाइन बेचने की अनुमति देने का फैसला किया है। इससे पहले केवल पंजीकृत वाइन स्टोरों को ही वाइन बेचने की अनुमति थी।
राज्य सरकार ने कहा कि नई नीति से न केवल उद्योग बल्कि अंगूर किसानों को भी फायदा होगा क्योंकि उन्हें अपनी उपज का बेहतर मूल्य मिलेगा। राज्य भर के किसान फलों, फूलों, केले और शहद से शराब का उत्पादन करते हैं। उन्हें इस कानून का लाभ मिलेगा।