कृषि बिल के खिलाफ किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी है। इसी बीच हरियाणा के इंद्री के भाजपा विधायक राम कुमार कश्यप को किसानों के गुस्से का सामना करना पड़ा। सोशल मीडिया में इसका एक वीडियो जमकर वायरल हो रहा है। वीडियो में देखा जा सकता है कि लोगों ने राम कुमार कश्यप को घेर रखा है और वे कृषि बिल से जुड़े कुछ सवाल उनसे पूछ रहे हैं। लेकिन इंद्री विधायक के पास इसका कोई जवाब नहीं है।

वीडियो में विधायक को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि किसान हमारा वोट बैंक है। क्या भाजपा ऐसा कोई बिल लाकर अपना वोट बैंक खराब करेगी। इसपर लोग खट्टर सरकार-मुर्दाबाद और खट्टर सरकार हाए हाए के नारे लगाने लगे। यह सुनते ही विधायक वहाँ से भाग खड़े हुए। इस कानून के खिलाफ भाजपा को छोड़ कर सभी प्रमुख दल खुलकर एक ही तरफ़ आ चुके हैं। कांग्रेस और आम आदमी पार्टी इन क़ानूनों के ख़िलाफ़ पहले ही दिन से बोल रहे हैं। अकाली दल, जो कुछ सप्ताह पहले तक अध्यादेशों का बचाव कर रही थी, अब प्रदर्शनकारी किसानों में शामिल हो गई है।

इसी बीच राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने रविवार को किसानों और खेती से जुड़े बिलों पर अपनी सहमति दे दी है। किसान और राजनीतिक दल इस विधेयकों को वापस लेने की मांग कर रहे थे लेकिन उनकी अपील किसी काम न आई। राष्ट्रपति के हस्ताक्षर के बाद कृषि बिल कानून बन गए हैं। जानकारी के मुताबिक केंद्र सरकार जल्दी ही इसकी अधिसूचना जारी कर सकती है।

इस बीच अकाली दल के नेता सुखबीर सिंह बादल ने सभी राजनीतिक दलों और संगठनों से अनुरोध किया है कि किसान और खेतीहर मजदूर के हित में प्रदर्शन करें। उन्होंने कहा, ‘मैं सभी राजनीतिक दलों और संगठनों से आह्वान करता हूं कि वे देश के किसानों, कृषि श्रमिकों और कृषि उपज व्यापारियों के हितों की रक्षा करें। अकाली दल अपने आदर्शों से नहीं हटेगा।