भाजपा ने झारखंड में अपना नया कार्यकारी अध्यक्ष राज्यसभा सांसद आदित्य प्रसाद साहू को बनाया है। वे इस पद पर रविंद्र राय की जगह आए हैं, जिन्हें पिछले साल अक्टूबर में विधानसभा चुनाव से पहले यह जिम्मेदारी दी गई थी। शुक्रवार को रांची में भाजपा कार्यालय में साहू का स्वागत करते हुए राज्य भाजपा अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा, “उनके पास व्यापक राजनीतिक और संसदीय अनुभव है, और उनकी क्षमताएं पार्टी के लिए बहुत लाभकारी होंगी। उनका नेतृत्व झारखंड में भाजपा को मजबूत करेगा। मैं उन्हें इस नई जिम्मेदारी के लिए बधाई देता हूं और उनके सफल होने की शुभकामनाएं देता हूं।”

साहू ने कहा, “मैं एक ‘सर्वस्पर्शी, सर्वसमावेशी’ संगठन बनाने के लिए काम करूंगा। मैं राज्य सरकार की कमियों को उजागर करने और झारखंड में डबल इंजन भाजपा सरकार बनाने की कोशिश भी करूंगा। मुझ पर भरोसा रखने के लिए केंद्र और राज्य नेतृत्व का धन्यवाद, और सभी पार्टी कार्यकर्ताओं व शुभचिंतकों का भी आभार।”

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राज्य भाजपा अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी आदिवासी समुदाय से हैं, जबकि साहू अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) से हैं। उन्हें कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में चुना गया। पार्टी के अंदर चर्चा के दौरान जिन नामों पर विचार हुआ उनमें रघुवर दास, जो OBC नेता और मुख्य उम्मीदवार माने जा रहे थे, साथ ही प्रदीप वर्मा और साहू के नाम भी शामिल थे। पार्टी सूत्रों के अनुसार, साहू के चुने जाने से पूर्व मुख्यमंत्री को भविष्य में राज्य इकाई अध्यक्ष बनने का रास्ता साफ हो सकता है।

जब पूछा गया कि क्या साहू के नियुक्त होने से दास को किनारे किया गया है, राज्य भाजपा प्रवक्ता अजय साह ने कहा कि पार्टी में कई OBC नेता हैं और हर किसी की अलग भूमिका है। उन्होंने कहा, “दास पहले ही मुख्यमंत्री, राज्य अध्यक्ष और राज्यपाल जैसे बड़े पद संभाल चुके हैं। अगर जरूरत पड़ी तो पार्टी उन्हें फिर से महत्वपूर्ण जिम्मेदारी देगी।”

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भाजपा प्रवक्ता ने साहू के व्यापक संगठनात्मक अनुभव की तारीफ की। उन्होंने कहा, “हालांकि वह हमेशा सुर्खियों में नहीं रहते, लेकिन कोई उनकी आलोचना नहीं करता। यही वजह है कि उन्हें यह पद दिया गया है।”

साहू 2022 से झारखंड से राज्यसभा सांसद हैं और वे अपेक्षाकृत कम चर्चित नेता हैं, लेकिन उनके पास दशकों का संगठनात्मक अनुभव है। साहू रांची जिले के ओरमांझी गांव के सुंधी समुदाय से हैं। उन्होंने 1988 में भाजपा से अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की और कुछ ही सालों में पार्टी की मंडल इकाई का नेता बन गए। 2002 से 2003 तक वे पार्टी की रांची ग्रामीण इकाई के महासचिव रहे। वे पूर्व सांसद राम तहल चौधरी के करीबी सहयोगी रहे और उनके कई संसदीय कार्यकालों में उनका संसदीय प्रतिनिधि भी रहे।

साहू 2012–13 में भाजपा की राज्य कार्यकारिणी में शामिल हुए, 2014 में राज्य उपाध्यक्ष बने और 2019 में पार्टी के राज्य महासचिव नियुक्त किए गए। उन्होंने 2023 में फिर से यह पद संभाला। बड़े चुनावों के दौरान उन्हें महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां भी दी गईं।