महाराष्ट्र पुलिस ने बॉलीवुड फिल्मों में अदाकारा रह चुकी ममता कुलकर्णी और उनके सहयोगी विक्की गोस्वामी को नशीले पदार्थों की बरामदगी संबंधी एक मामले में भगोड़ा घोषित कराने के लिए आज शहर की एक अदालत का रूख किया। विशेष लोक अभियोजक शिशिर हिरे ने न्यायधीश एच एम पटवर्धन की अदालत को बताया कि जांच दल ने सभी विकल्पों पर विचार कर लिया है और एफेड्रीन बरामदगी मामले में वारंट भी जारी किया गया लेकिन वे गिरफ्तारी से बचते रहे। हिरे ने कहा, ‘‘अब एकमात्र समाधान यह बचा है कि अदालत उन्हें भगोड़ा घोषित करार दे। मामले की सुनवाई कर रही अदालत ने अपना फैसला सुनाने के लिए मामले को कुछ दिनों के लिए स्थगित कर दिया। मामले से जुड़े एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि इस संबंध में अदालत का फैसला आने के बाद पुलिस अन्य एजेंसियों के साथ विचार विमर्श करके आगे कदम उठाएगी।

आपको बता दें कि मार्च में ठाणे की जिला अदालत ने कथित इंटरनेशनल ड्रग माफिया विक्की गोस्वामी और उसकी सहयोगी और एक्ट्रेस ममता कुलकर्णी के खिलाफ एफेड्रिन बरामदगी मामले में गैर जमानती वारंट जारी किया था। दोनों के बारे में माना जाता है कि वे भारत के बाहर हैं। जिला न्यायाधीश एच एम पटवर्धन ने वारंट जारी किये। ठाणे पुलिस ने गत वर्ष सोलापुर में एवोन लाइफसाइंस पर छापा मारा था और वहां से दो हजार करोड़ रूपए कीमत का करीब 18.5 टन एफेड्रिन बरामद किया था। पुलिस के अनुसार एफेड्रिन एवोन लाइफसाइंस से केन्या स्थित गोस्वामी के नेतृत्व वाले मादक पदार्थ गिरोह को भेजा जाने वाला था। पुलिस ने इस मामले में 10 से अधिक व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है।

ममता पिछले कुछ साल से अपने पति और व्यापार साझेदार विकी गोस्वामी के साथ केन्या में रह रही हैं। उनके पति भी इस मामले में सह-आरोपी हैं। बता दें कि विकी गोस्वामी गुजरात के एक पुलिस अफसर का बेटा है। विकी ने 80 के दशक में जुर्म की दुनिया में कदम रखा। करीब दो दशकों में वह अपना नेटवर्क दुबई से लेकर अफ्रीका तक फैला चुका है। भारत में विकी का नाम उस केस से जुड़ा है जिसमें सोलापुर फार्मा युनिट से बड़ी मात्रा में मेथामफेटामाइन बरामद हुआ था।