Gujarat Assembly Election: साल 2017 में ओबीसी कोटे की मांग को लेकर बीजेपी सरकार (BJP Government) के खिलाफ विरोध के बावजूद, पाटीदार नेता विनोद मोरडिया (Patidar leader Vinod Moradiya) ने कटारगाम सीट (Katargam seat) पर अपने कांग्रेस प्रतिद्वंद्वी (Congress rival) को लगभग 80,000 वोटों से करारी शिकस्त दी थी। हालांकि इस बार के गुजरात विधानसभा चुनाव (Gujarat Assembly Election) से पहले राज्य के मौजूदा शहरी विकास एवं शहरी आवास मंत्री मोरडिया को आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार और साथी पाटीदार नेता गोपाल इटालिया (Gopal Italia) से हार का डर सता रहा है।
विनोद मोरडिया (Vinod Moradiya) को सता रहा इस बात का डर
विनोद मोरडिया (Vinod Moradiya) को डर है कि आप नेता (AAP Leader) गोपाल इटालिया (Gopal Italia) चुनाव मैदान में उतरने से पाटीदार वोटों के बंटवारे की संभावना है। वहीं मोरडिया ने प्रजापति ओबीसी समुदाय के समर्थन के लिए संघर्ष करना छोड़ दिया है, जो लंबे समय से इस सीट पर अपना खुद का उम्मीदवार ढूंढ रहा है और इस बार कांग्रेस के कल्पेश वारिया (Kalpesh Variya) में प्रजापतियों को अपना नेता दिखाई दे रहा है। इसके पहले गुजरात के चुनाव में प्रजापतियों ने भी बीजेपी (BJP) को बड़े पैमाने पर वोट दिया था।
विनोद मोरडिया (Vinod Moradiya) ने अल्पसंख्यक समुदाय पर साधा निशाना (Target on Minority)
इसके पहले मंगलवार (22 नवंबर) को वोटों प्रजापति कार्यकर्ताओं के आयोजित किए गए एक समर्थन सम्मेलन में बीजेपी उम्मीदवार विनोद मोरडिया (Vinod Moradiya) ने कथित तौर पर पड़ोस में स्थित अल्पसंख्यक समुदाय के संदर्भ में कहा था कि “एक क्रिकेट मैच के दौरान, जब (Pakistan Cricketer) जावेद मियांदाद (Javed Miandad) ने चेतन शर्मा (Chetan Sharma) की गेंद पर छक्का लगाया या सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar) आउट हो गए, वे पटाखे फोड़ देंगे। उन्हें रोकने वाला कोई नहीं था, और ये बातें अखबारों में नहीं छपी थीं। इस बैठक में बड़ी संख्या में प्रजापति समुदाय के सदस्य शामिल हुए थे जिसके बाद रात्रि भोज हुआ था।
Vinod Moradiya ने बताया हमें किस Development Model की जरूरत
विनोद मोरडिया (Vinod Moradiya) ने आगे कहा, ‘हमें किस मॉडल की आवश्यकता है – स्टैच्यू ऑफ यूनिटी (Statue of Unity), पावागढ़, या मुंबई के हज हाउस (Mumbai’s Haz House) की? इससे पहले सूरत (Surat) में जब कोई चौक बाजार से वेद दरवाजा (अल्पसंख्यक बहुल इलाके को पार करके) घर लौटता था तो हीरे के पैकेट लेकर सड़क के किनारे के छोटे-छोटे दुकानदार और गुंडे लूट लेते थे। डर के मारे हम कुछ कह नहीं पाते थे क्योंकि हम किसी से टकराने से भी डरते थे और इन हिस्सों में अपनी बाइक चलाते समय धीमे हो जाते थे। वेद दरवाजा पहुंचकर ही हम खुद को सुरक्षित महसूस करते थे… ऐसा माहौल था।’
BJP ने सत्ता में आने के बाद गुंडों के खिलाफ कार्रवाई कीः Vinod Moradiya
विनोद मोरडिया (Vinod Moradiya) ने कहा, ‘हम मानसिक गुलामी में जी रहे थे। 1995 में सत्ता में आई बीजेपी ने गुंडों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की और उन्हें जेल भेज दिया… इसलिए हमने बीजेपी सरकार को चुना और अब हमारा देश भी सुरक्षित महसूस करता है क्योंकि हमने नरेंद्र मोदी को गुजरात से दिल्ली भेजा है।’
Arvind Kejriwal ने भी किया प्रजापति सम्मेलन
विनोद मोरडिया (Vinod Moradiya) के प्रजापति सम्मेलन के साथ आप सुप्रीमो और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इटालिया के समर्थन में निर्वाचन क्षेत्र में एक रोड शो किया। यह रोड शो भी आम आदमी पार्टी के लिए काफी प्रभावशाली रहा इस रोड शो ने काफी भीड़ को आकर्षित किया था। गुरुवार (24 नवंबर) को आम आदमी पार्टी भी कल्पेश वारिया (Kalpesh Variya) के निर्वाचन क्षेत्र में विनोद मोरडिया (Vinod Moradiya) के समान प्रजापति सम्मेलन आयोजित करने वाले हैं।
Katargam सीट पर ऐसा है वोटरों का समीकरण (Equation)
कटारगाम विधानसभा सीट में पाटीदार समुदाय के 90,000 से अधिक वोटर होने का अनुमान है, इसके बाद 75,000 वोटर प्रजापति समुदाय से हैं, 25,000 से अधिक मुस्लिम वोटर और 50,000 से अधिक प्रवासी वोटर हैं, जिनमें से आधे महाराष्ट्र से हैं। बड़ी संख्या में लोगों का हीरा और कपड़ा उद्योगों से किसी न किसी तरह का जुड़ाव है। पिछले चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार जिग्नेश जेवानी भी पाटीदार समुदाय से ही थे लेकिन विनोद मोरडिया (Vinod Moradiya) ने उन्हें 80 हजार से भी ज्यादा वोटों से शिकस्त दी थी।