गुजरात विधानसभा में राज्य मानवाधिकार आयोग (जीएसएचआरसी) द्वारा प्रस्तुत की गयी एक रिपोर्ट के मुताबिक वर्र्ष 2011-12 में राज्य में हिरासत में कुल 61 लोगों की मौत हुयी।  मंगलवार को सदन के पटल पर रखी गयी 2011-12 की अपनी वार्षिक रिपोर्ट में जीएसएचआरसी ने बताया कि पुलिस हिरासत या न्यायिक हिरासत के दौरान हुयी कुल मौतों में से 51 मामले प्राकृतिक मौत के थे जबकि सात खुदकुशी के और तीन अप्राकृतिक या संदिग्ध मौतों के मामले थे।

इसमें बताया गया है कि हिरासत में मौत के कुल मामलों में से आठ मौत पुलिस हिरासत में जबकि 53 मौत न्यायिक हिरासत में होने की खबर है। इसमें अकेले अहमदाबाद शहर में मौत के 24 मामले हैं। एसएचआरसी की वार्षिक रिपोर्ट में 24 में से एक मामले को अप्राकृतिक या संदिग्ध दर्शाया गया है।

वड़ोदरा शहर दूसरे स्थान पर रहा और यहां न्यायिक हिरासत के दौरान 10 लोगों की मौत हुयी। हालांकि, शहर में हिरासत के दौरान कोई अप्राकृतिक मौत नहीं हुयी।  जूनागढ़ शहर में हिरासत के दौरान चार लोगों की मौत हुयी।  अहमदाबाद शहर के अलावा, पुलिस हिरासत में दो अप्राकृतिक या संदिग्ध मौत राजकोट शहर और दाहोद में हुयी है।  हिरासत के दौरान खुदकुशी के सात मामले दर्ज किए गए जिसमें से अहमदाबाद ग्रामीण, मेहसाणा, राजकोट ग्रामीण, जूनागढ़, अमरेली, वलसाड और नवसारी जिलों से एक-एक मामला सामने आया।
रिपोर्ट में अप्राकृतिक या संदिग्ध मौतों पर आयोग द्वारा उठाये गये कदमों के बारे में कुछ नहीं कहा गया है