मध्यप्रदेश में चुनावी सरगर्मियां तेज होने के साथ ही, सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों ने एक दूसरे पर हमले तेज़ कर दिए है। जहां एक ओर मौजूदा सीएम शिवराज घूम-घूम कर अपनी सरकार की 15 सालों की उपलब्धियां गिना रहे है तो दूसरी ओर मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ शिवराज सरकार को घेरने के उद्देश्य से ’40 दिन 40 सवाल’ कार्यक्रम के माध्यम से उन पर सीधा हमला बोल रहे है। कमलनाथ ने आरोप लगाया कि राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं का हाल बहुत ही बुरा है और यह बात केंद्र सरकार के द्वारा उपलब्ध कराये गए आंकड़ों से साबित होती है।

सोशल मीडिया पर सवालों की बौछार को जारी रखते हुए, मध्य्प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने अपने ‘चालीस दिन, चालीस चालीस सवाल’ के दूसरे दिन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर हमला बोलते हुए ट्ववीट के जरिये कहा कि राज्य के 48 लाख बच्चे कुपोषण के शिकार है। गौरतलब है कि इसके पहले ट्ववीट में कमलनाथ ने प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं पर सवाल खड़े किये थे और अब उसकी जमीनी हकीकत और दावों की पोल खोलने का दवा कर रहे। उन्होंने कहा कि उनकी घोषणाओं और सच्चाई में फर्क है। सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं का बेडा गर्क कर दिया है।

उन्होंने ट्ववीट के जरिये आरोप लगाया कि पिछले पांच सालों में राज्य में गंभीर संक्रामक बिमारीयों से 3 लाख 91 हजार लोग पीड़ित हुए है। मध्यप्रेश में पूरे देश के सबसे अधिक कुपोषित बच्चे (42.08%) ,मतलब 48 लाख बच्चे कुपोषण का शिकार है। राज्य में एक साल तक के बच्चो की मृत्यु दर सर्वाधिक 47 प्रतिशत है, इसका मतलब है करीब 90 हजार बच्चे अपना पहला जन्मदिन भी नहीं पाते है। उन्होंने कहा बिहार, उत्तरप्रदेश के मध्य्प्रदेश तीसरा राज्य है जहाँ प्रजनन दर (3.1%) सर्वाधिक है। जहाँ पिछले दो सालों (2016 -17) में स्वांस संक्रमण से 35 लाख 81 हजार 936 लोग पीड़ित हुए है, तो वही डायरिया से भी 14 लाख 80 हजार 817 लोग पीड़ित हुए है।
जाहिर है मध्य्प्रदेश में अगले महीने विधानसभा चुनाव है, 28 नवंबर को वोट डाले जायेंगे। इस बार बीजेपी और कांग्रेस में कड़ा मुकबला होने का अनुमान लगाया जा रहा है। बीजेपी के पास सत्ता को बचाये रखने की चुनौती है तो कांग्रेस को 15 सालों बाद एमपी में राजनितिक वनवास खत्म होने उम्मीद है।