हिंदू धर्म छोड़कर मुस्लिम धर्म अपनाने और मुस्लिम युवक से विवाह करने वाली हदिया के पति सोमवार (17 दिसंबर, 2018) को भाजपा में शामिल हो गए। भाजपा में शामिल होते ही उन्होंने सबरीमाला मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ भाजपा का समर्थन करने को भी कहा। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के महासचिव बी गोपाल कृष्णा ने हदिया के पिता केएम अशोकन को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता दिलाई। अशोकन एक सर्विसमैन हैं।

भाजपा की सदस्यता लेने के बाद अशोकन ने कहा कि बीजेपी ही सिर्फ ऐसा एकलौता संगठन है जो हिंदुओं के विश्वास की रक्षा कर रहा है। कट्टरपंथी संगठनों से धमकी के चलते अशोकन को पुलिस सुरक्षा मुहैया कराई गई है। अशोकन ने कहा, ‘मैं बचपन से कम्युनिस्ट पार्टी का समर्थक था मगर देर से नजर पड़ी कि पार्टी अल्पसंख्यकों के वोट बैंक के लिए राजनतीतिक खेल रही है। मगर मैं अभी तक यह बात नहीं समझ पाया कि जब कोई हिंदुओं के बारे में बात करता है वो सांप्रदायिक हो जाता है। मैं सबरीमाला मामले में सक्रिय रूप से भाजपा संग भाग लूंगा।’

भाजपा की सदस्या लेने के बाद अशोकन कहते हैं, ‘केरल के बहुत से हिंदुओं की तरह। मैं भी अपने विश्वास और कानून के बीच फंसा हूं। मेरा निजी तौर पर मानना है कि रीति-रिवाजों के अदालतों के पूर्वावलोकन के तहत नहीं आना चाहिए। धार्मिक विद्वानों और अन्य को इस मुद्दे पर फैसला करना दें।’ न्यूज एजेंसी एएनआई की खबर के मुताबिक अशोकन ने कहा कि उनकी बेटी ‘लव जिहाद’ की शिकार है।

बता दें कि केएम अशोकन की बेटी हदिया उर्फ अकीला अशोक तब देशभर में मीडिया की सुर्खियों में आईं जब उन्होंने अपना धर्म बदलकर मुस्लिम नाम रख लिया और दक्षिणी केरल में कोल्लम निवासी शैफीन जहां से निकाह कर लिया।

बाद में इस विवाह को अस्वीकार करते हुए हदिया के पिता ने केरल हाईकोर्ट में गुहार लगाई और दावा किया उनकी बेटी का जबरन धर्म परिवर्तन कराया गया। इस पर हाईकोर्ट ने दोनों की शादी को रद्द कर दिया और हदिया को उनके पिता की कस्टिडी में भेज दिया।

मगर बाद में सुप्रीम कोर्ट ने हाई कोर्ट के फैसले को पटल दिया और हदिया को उनके पति के साथ रहने की अनुमति दे दी। अशोकन ने यह कहकर अपनी बेटी की शादी का विरोध किया शैफीन जहां पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया का सक्रिय सदस्य था, जो एक उग्रवादी संगठन है।