चाय पे चर्चा, दलितों के घर पर लंच और इलाके की प्रमुख हस्तियों से मुलाकात, 2019 के आम चुनाव में जिन सीटों पर बीजेपी हारी थी, उन्हें जीतने के लिए पार्टी हर पैंतरा अपना रही है। केंद्रीय मंत्रियों से लेकर पार्टी कार्यकर्ता तक पूरे जोर-शोर के साथ जुट गए हैं। पार्टी ने उत्तर प्रदेश की उन 14 सीटों पर काम करना शुरू कर दिया है, जिन्हें वह 2019 के लोकसभा चुनावों में गंवा चुकी है।

2024 के चुनाव को लेकर बीजेपी ने एक प्लान बनाया, जिसके तहत मई में केंद्रीय मंत्रियों को उन 144 निर्वाचन क्षेत्रों के दौरे के लिए भेजा गया, जो 2019 के चुनाव में बीजेपी हार गई थी। इन तीन महीनों में केंद्रीय मंत्रियों ने क्षेत्रों का दौरा कर पार्टी कार्यकर्ताओं और वहां के लोगों से बातचीत की। इन क्षेत्रों में पार्टी को लेकर लोगों का क्या रुख है, इस पर केंद्रीय मंत्री अमित शाह, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और पार्टी महासचिव बीएल संतोष ने एक मीटिंग कर इन 3 महीनों के फीडबैक को लेकर चर्चा की।

यूपी की इन सीटों पर है बीजेपी की नजर

यूपी की गाजीपुर, लालगंज, नगीना, अमरोहा, बिजनौर, अंबेडकर नगर, सहारनपुर, घोसी, श्रावस्ती और जौनपुर, संभल, मुरादाबाद और मैनपुरी और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के निर्वाचन क्षेत्र रायबरेली भाजपा के रडार पर हैं ।

इन क्षेत्रों में सत्तारूढ़ दल के प्रभार का नेतृत्व करने वाले केंद्रीय मंत्रियों में कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, शिक्षा राज्य मंत्री (MoS) अन्नपूर्णा देवी, विज्ञान और प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ जितेंद्र सिंह, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव , मंत्री मीनाक्षी लेखी, डॉ महेंद्र मुंजापारा और अश्विनी कुमार चौबे हैं।

तोमर को रायबरेली, अंबेडकर नगर, श्रावस्ती और लालगंज का प्रभार दिया गया है, अन्नपूर्णा देवी गाजीपुर और जौनपुर की प्रभारी हैं, सिंह के पास मैनपुरी और मुरादाबाद हैं, वैष्णव की सूची में पश्चिम यूपी में सहारनपुर, बिजनौर और नगीना हैं, और लेखी, मुंजापारा और चौबे को अमरोहा, घोसी और संभल में पार्टी के प्रयासों की निगरानी का काम सौंपा गया है। मंत्रियों को निर्देश दिया गया है कि वे अपने दौरे के दौरान जिन निर्वाचन क्षेत्रों की देखरेख कर रहे हैं, वहां रात भर रुकें। रामपुर और आजमगढ़ में पार्टी ने नवनिर्वाचित सांसदों, दिनेश लाल यादव निरहुआ और घनश्याम सिंह लोधी को 2024 की चुनावी तैयारियों का प्रभारी बनाया है।