2019 Lok Sabha Election Schedule घोषित होने से चंद घंटों पहले बहुजन समाज पार्टी के 10 पूर्व नेताओं ने एक साथ कांग्रेस का दामन थाम लिया। इनमें दो पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और एक पूर्व सांसद भी शामिल हैं। बता दें कि बसपा से पहले ही निलंबित हो चुके इन नेताओं ने मायावती पर अलोकतांत्रिक और सनकी तरीके से पार्टी चलाने का आरोप लगाया। वहीं इस फेरबदल पर टिप्पणी करते हुए बसपा ने कहा कि इन सभी को पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते पहले ही निकाला जा चुका था। उल्लेखनीय है कि मध्य प्रदेश की 29 सीटों पर चार चरणों में लोकसभा चुनाव होंगे। राज्य में 29 अप्रैल, 06 मई, 12 मई और 19 मई को मतदान होगा।
ये 10 अब कांग्रेस के साथः बसपा का साथ छोड़ कांग्रेस का हाथ थामने वाले नेताओं में पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप अहिरवार और सत्यप्रकाश जाटव, देवदत्त सोनी, बाबूलाल पहलवान, रवींद्र पटेल, पोहप चौधरी, मंजू सर्राफ, कोमल प्रसाद, विनोद राय और रामसेवक दामले शामिल हैं। इससे पहले बीएसपी नेता और पूर्व सांसद देवराज सिंह पटेल भी कांग्रेस ज्वॉइन कर चुके हैं।
कांग्रेस में जाने के बाद मायावती पर लगाए ये आरोपः नेताओं ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमल नाथ की मौजूदगी में कांग्रेस का दामन थाम लिया। इसके बाद मायावती पर कई गंभीर आरोप लगाए गए।
प्रदीप अहिरवारः मायावती मध्य प्रदेश के नेताओं को तवज्जो नहीं देती। सिर्फ उत्तर प्रदेश से भेजे गए प्रभारियों पर भरोसा किया जाता है, भले वे झूठ बोल रहे हों। पार्टी में लोकतंत्र नहीं है।
देवराज पटेलः मध्य प्रदेश में बसपा की अंदरुनी हालत खराब है। इसकी वजह राज्य प्रभारियों की तरफ से लगातार गलत फीडबैक दिया जाना और मायावती के गलत फैसले हैं। मैं 2009 से 2014 तक राज्य में पार्टी का एकमात्र सांसद रहा था, लेकिन तानाशाही का हाल ये है कि मैं भी उनसे सीधे बात नहीं कर सकता।