Lok Sabha Elections: लोकसभा चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने चुनाव आयोग पर तंज कसा। उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग उनकी पार्टी को हराने के लिए रणनीति बना सकती है। बता दें, चुनाव की तैयारियों का आकलन करने के लिए चुनाव आयोग (ईसी) की एक टीम लखनऊ पहुंची थी। मीडिया कर्मियों ने चुनाव आयोग को लेकर अखिलेश यादव राय व्यक्त करने के लिए कहा। जिसके जवाब में सपा प्रमुख ने यह टिप्पणी की।
अखिलेश यादव ने कहा कि हो सकता है कि चुनाव आयोग समाजवादियों को रोकने की रणनीति बना रहे हों। सपा चीफ ने कहा कि आयोग शायद यह रणनीति बना रहा होगा, कौन जानता है।
इस दौरान सपा चीफ ने भाजपा पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने किसानों को धोखा दिया और युवाओं के भविष्य को अंधकार में धकेल दिया। अखिलेश ने कहा कि समाजवादी पार्टी (सपा) के सदस्य ’80 हराओ, लोकतंत्र बचाओ’ के नारे के साथ गांवों में जाएंगे। इस सरकार ने किसानों को धोखा दिया है। यादव लखनऊ पार्टी मुख्यालय में मीडिया कर्मियों के सवालों का जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा कि वे किसानों की आय दोगुनी करने के वादे के साथ सत्ता में आए, लेकिन किसानों की आय नहीं बढ़ी…उन्होंने (भाजपा) युवाओं के भविष्य को अंधकार में धकेल दिया है।
बता दें, उत्तर प्रदेश में 80 लोकसभा सीटें हैं, जो देश के किसी भी राज्य की तुलना में सबसे अधिक हैं। यादव ने कहा, “किसान नाराज़ हैं और चुनाव का इंतज़ार कर रहे हैं क्योंकि उनकी कमाई नहीं बढ़ी है… युवा नाराज़ हैं क्योंकि जिन परीक्षाओं के लिए उन्होंने कड़ी मेहनत की थी, उनके प्रश्नपत्र लीक हो गए।”
अखिलेश यादव हाल ही में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा पेपर लीक की व्यापक शिकायतों के बाद पिछले महीने आयोजित पुलिस कांस्टेबलों की भर्ती परीक्षा रद्द करने का जिक्र कर रहे थे।
सपा नेता ने कहा, “आज बहुत कम लोग खुश हैं… अधिक दुखी हैं और जो दुखी हैं वे पीडीए (पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक) के साथ हैं।”
2022 के विधानसभा चुनाव से जुड़ी एक घटना का जिक्र करते हुए यादव ने कहा, ”हमने कन्नौज में 10 परिवारों की पहचान की थी जो जीवित थे, लेकिन उनके वोट रद्द कर दिए गए थे। जब हमने इसकी शिकायत की तो अधिकारियों पर कार्रवाई की गई। जिला मजिस्ट्रेट को निलंबित कर दिया जाना चाहिए था।”
समाजवादी पार्टी अध्यक्ष ने पूछा कि जब हमने हटाए गए वोटों के बारे में शिकायत की तो चुनाव आयोग ने हमें एक नोटिस दिया, जिस पर हमने ऐसे 18,000 वोटों का विवरण दिया। क्या चुनाव आयोग इस पर रिटर्निंग ऑफिसर को निलंबित करेगा।