कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने फिल्म ‘पद्मावत’ की रिलीज को लेकर हुई हिंसा की निंदा की जबकि पार्टी महासचिव दिग्विजय सिंह ने ‘पद्मावत’ की आलोचना करते हुए कहा कि इस तरह की फिल्में नहीं बननी चाहिए। राजपूत महारानी पद्मावती पर आधारित संजय लीला भंसाली की फिल्म गुरुवार को रिलीज हो गई। कई राज्यों में करणी सेना द्वारा फिल्म के खिलाफ किए जा रहे प्रदर्शनों को लेकर कड़ी सुरक्षा-व्यवस्था की गई है। करणी सेना का दावा है कि फिल्म में इतिहास को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया है। जबकि फिल्म निर्माताओं का कहना है कि ऐसा कुछ नहीं है। राहुल गांधी ने फिल्म के खिलाफ प्रदर्शन करने वालों द्वारा गुरुग्राम में स्कूली बच्चों की बस पर हमले के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधते हुए कहा कि ‘पार्टी की नफरत की राजनीति से देश में आग लग गई है।’ हालांकि, उन्होंने 16वीं सदी के अवधि कवि मलिक मुहम्मद जायसी के महाकाव्य ‘पद्मावत’ पर आधारित फिल्म पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
राहुल ने ट्वीट कर कहा, “बच्चों के खिलाफ हिंसा को जायज ठहराने के लिए कोई भी कारण नहीं हो सकता। हिंसा और नफरता कमजोर लोगों के हथियार हैं। भाजपा नफरत और हिंसा की राजनीति कर पूरे देश आग में लगा रही है।” राहुल का ट्वीट भंसाली की फिल्म का विरोध कर रहे उपद्रवियों द्वारा स्कूली बस पर हमले के वीडियो के कुछ घंटों बाद आया। इस वीडियो में बच्चों को सीट के नीचे दुबके हुए रोते-बिलखते देखा जा सकता है।
There will never be a cause big enough to justify violence against children. Violence and hatred are the weapons of the weak. The BJP’s use of hatred and violence is setting our entire country on fire.
— Office of RG (@OfficeOfRG) January 24, 2018
राहुल गांधी के ट्वीट के कुछ घंटों बाद दिग्विजय सिंह ने फिल्म का विरोध करते हुए कहा कि फिल्म में इतिहास से छेड़छाड़ की गई है। उन्होंने मीडिया से कहा, “ऐतिहासिक तथ्यों को तोड़ने-मरोड़ने वाली और किसी भी धर्म या जाति की भावनाएं आहत करने वाली फिल्में नहीं बननी चाहिए।” दिग्विजय तीन महीने की स्वघोषित नर्मदा यात्रा पर हैं।