आगामी लोक सभा चुनाव के मद्देनजर 6 जुलाई को बिहार, झारखंड, ओडिशा और पश्चिम बंगाल समेत 12 पूर्वी राज्यों की बैठक गुवाहाटी में होगी। यह जानकारी असम भाजपा के अध्यक्ष भाबेश कलिता नेे दी। उन्होंने बताया कि इस बैठक के दौरान संबंधित राज्यों के भाजपा अध्यक्ष, महासचिव और अन्य नेता मौजूद रहेंगे।
बैठक के दौरान 2024 के लोक सभा चुनावों की तैयारी और रणनीति पर चर्चा की जाएगी। इस दौरान पूर्वोत्तर राज्यों में वोटिंग का प्रतिशत कैसे बढ़ाया जाए। इस पर भी चर्चा की जाएगी । मोदी एक बार फिर 2024 में भारत के प्रधान मंत्री बनेंगे। केंद्र में नौ साल पूरे करने पर पीएम मोदी की तारीफ करते हुए असम बीजेपी के अध्यक्ष ने कहा कि इन 9 सालों में असम और नॉर्थ ईस्ट को काफी फायदा हुआ है।
कलिता ने कहा, “असम ने कृषि, स्वास्थ्य और सड़क संपर्क सहित हर क्षेत्र में विकास देखा है। हम इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बहुत आभारी हैं।” नरेंद्र मोदी ने पहली बार 26 मई, 2014 को प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली थी, और 30 मई, 2019 को अपने दूसरे कार्यकाल के लिए पद की शपथ ली।
असम बीजेपी के अनुसार प्रधानमंत्री के नेतृत्व में केंद्र सरकार द्वारा लागू की गई नीतियों और योजनाओं को जनता के बीच विस्तार से चर्चा की जाएगी। इसमें भाजपा के राष्ट्रीय एवं राजकीय नेता भी हिस्सा लेंगे।
कई राज्यों में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बदले, सुनील जाखड़ पंजाब के नए BJP चीफ बने
भारतीय जनता पार्टी ने मंगलवार को एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम में कई राज्यों में अपने प्रदेश अध्यक्षों को बदल दिया। 2024 में होने जा रहे लोक सभा के आम चुनाव और उससे पहले कई बड़े राज्यों के विधानसभा चुनावों को देखते हुए यह एक बड़ा सियासी कदम है। राज्यों के पार्टी मुखिया बदलने के बाद संगठन में बदलाव से कई नेताओं को दूसरी जिम्मेदारियां सौंपी जाएंगी।
सुनील जाखड़ को पंजाब का नया प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है। वह अश्विनी शर्मा की जगह लेंगे। पार्टी के प्रदेश अध्यक्षों की बदलाव की सूचना राष्ट्रीय महासचिव और हेडक्वार्टर इंचार्ज अरुण सिंह ने जारी की।
सुनील जाखड़ पहले कांग्रेस में थे। वे कुछ समय पहले ही पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हुए हैं। वे कांग्रेस के पूर्व वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री रहे बलराम जाखड़ के बेटे हैं। काफी समय से यह चर्चा चल रही थी कि उन्हें प्रदेश भाजपा का मुखिया बनाया जा सकता है।
फिलहाल पार्टी ने चार राज्यों के मुखिया बदले हैं। इनमें पंजाब के अलावा झारखंड, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना शामिल हैं। पार्टी ने बाबूलाल मरांडी को झारखंड, पी पुरंदेश्वरी को आंध्र प्रदेश, जी किशन रेड्डी को तेलंगाना की जिम्मेदारी दी है।
दूसरी तरफ अगले कुछ महीनों में राजस्थान, मध्य प्रदेश समेत कई राज्यों में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं। इन सब घटनाओं पर पार्टी की कड़ी नजर है। कर्नाटक की हार के बाद भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेताओं ने अपनी रणनीति बनाने की कवायद तेज कर दी है।
