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भारत में रेलवे नेटवर्क दुनिया के सबसे बड़े नेटवर्क्स में से एक है। यहां रोजाना हाई-स्पीड ट्रेनों से लेकर साधारण पैसेंजर ट्रेनों तक का संचालन होता है। इन ट्रेनों में वंदे भारत, राजधानी एक्सप्रेस, गतिमान, दुरंतो और शताब्दी एक्सप्रेस जैसी प्रीमियम क्लास की ट्रेनें शामिल हैं, जिनकी गति सामान्य ट्रेनों से बहुत अधिक होती है। लेकिन क्या आपने कभी भारत की सबसे धीमी यानी स्लो ट्रेन के बारे में सुना है? (Photo Source: irctctourism.com)
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भारत की सबसे स्लो ट्रेन ‘मेट्टुपालयम ऊटी नीलगिरी पैसेंजर ट्रेन’ है। यह ट्रेन मेट्टुपालयम से ऊटी के बीच 46 किलोमीटर की दूरी तय करती है और इसका औसतन गति 10 किमी प्रति घंटा होता है। (Photo Source: irctctourism.com)
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इस ट्रेन को भारत की सबसे सुस्त ट्रेन कहा जाता है और यह अपनी यात्रा को पूरा करने में कम से कम 5 घंटे लेती है। इस ट्रेन का सफर बेहद खास है, जो शानदार और यादगार होता है। यह ट्रेन यात्रियों को प्राकृतिक सुंदरता का आनंद लेने का मौका देती है। (Photo Source: irctctourism.com)
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सफर के दौरान आपको 100 से ज्यादा पुल और कई छोटी-बड़ी सुरंगों से गुजरना होता है, जो इस यात्रा को और भी रोचक बनाते हैं। यह नीलगिरी पर्वतीय रेलवे के तहत चलती है। इसका निर्माण 1891 में शुरू हुआ था और इसे पूरे 17 साल में पूरा किया गया था। (Photo Source: irctctourism.com)
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यह ट्रेन पांच प्रमुख स्टेशनों – केलर, कुन्नूर, वेलिंगटन, लवडेल और ऊटाकामुंड से होकर गुजरती है। यह ट्रेन पहाड़ों की ऊंचाई से गुजरते हुए 326 मीटर से लेकर 2203 मीटर तक की ऊंचाई पर चढ़ती है, जो इसे एक अनोखा अनुभव बनाती है। (Photo Source: irctctourism.com)
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मेट्टुपालयम से ऊटी तक का यह मार्ग न केवल रेल यात्रा के लिए बल्कि दर्शनीय स्थलों के लिए भी प्रसिद्ध है। यह मार्ग विश्व धरोहर स्थल के रूप में 2005 में यूनेस्को द्वारा मान्यता प्राप्त कर चुका है। यहां के पहाड़, हरियाली, झरने और सुंदर प्राकृतिक दृश्य पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं। खासकर छुट्टियों के दौरान पर्यटक इस ट्रेन का सफर करने के लिए दूर-दूर से आते हैं। (Photo Source: irctctourism.com)
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इस ट्रेन में यात्रा करने के लिए फर्स्ट क्लास टिकट की कीमत 545 रुपए और सेकंड क्लास टिकट की कीमत 270 रुपए होती है। यह ट्रेन मेट्टुपालयम से सुबह 7:10 बजे निकलती है और करीब दोपहर 12 बजे ऊटी पहुंचती है। फिर दोपहर 2 बजे से यह ऊटी से लौटकर शाम 5:30 बजे मेट्टुपालयम स्टेशन पर वापस आती है। (Photo Source: irctctourism.com)
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