-
अफगानिस्तान, श्रीलंका और बांग्लादेश के बाद अब नेपाल की अर्थव्यवस्था अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रही है। नेपाल सरकार द्वारा सोशल मीडिया पर लगाया गया बैन वहां के युवाओं को रास नहीं आया। खासकर जैन-जी को और हाल यह हुआ कि नेपाल की सरकार तो गिरी ही साथ ही पूरा देश प्रदर्शन की आग में जल रहा है। (Photo: AP)
-
वर्तमान समय से नेपाल की अर्थव्यवस्था कई साल पीछे चली गई है। सरकार ने सोशल मीडिया से बैन तो हटा दिया लेकिन युवाओं को प्रदर्शन अब भी खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। अब उनका मुद्दा बेरोजगारी और देश बुरे आर्थिक हालात है। (Photo: AP)
-
साल 2023 में नेपाल पर 24 लाख करोड़ रुपये का कर्ज था जो साल 2024 में बढ़कर 26 लाख करोड़ रुपये हो गया। नेपाल दुनिया के उन देशों में शामिल है जो चीन के समर्थक हैं। (Photo: PTI)
-
अब ऐसी खबरें आ रही हैं कि काठमांडू में चीनी नेताओं के पोस्टर फाड़े गए हैं। इससे साफ होता है कि नेपाल युवा चीन का दखल बर्दाश्त नहीं करेंगे। लेकिन यह बहुत ही कम लोगों को पता है कि नेपाल अपनी करेंसी दूसरे देश में छपवाता है। आइए जानते हैं: (Photo: PTI)
-
दरअसल, नेपाल अपनी करेंसी चीन से छपवाता है। चीन लगातार नेपाल में निवेश कर रहा है और हर साल ड्रैगन का हस्तछेप बढ़ता जा रहा है। (Photo: Pexels)
-
नेपाल सिर्फ चीन ही नहीं बल्कि भारत, फ्रांस, इंडोनेशिया और ऑस्ट्रेलिया में भी अपने नोट छपवाता है। नेपाल के पास आधुनिक प्रिंटिंग टेक्नोलॉजी वाली मशीनें नहीं है जो इनके मानकों पर खरा उतर सकें। दरअसल, नोट छापने के लिए सुरक्षा फीचर्स जैसे वॉटरमार्क, सिक्योरिटी थ्रेड, होलोग्राम और माइक्रो प्रिंटिंग चाहिए होते हैं जो नेपाल के पास अत्याधुनिक नहीं है। (Photo: Unsplash)
-
वहीं, नेपाल की करेंसी दूसरे देशों में छपने की एक वजह यह भी है कि नकली नोट को रोकने के लिए हाई सिक्योरिटी प्रॉसेस की जरूरत होती है ताकि वैसी नोट धोखाधड़ी करने वाले न बना सकें। यही वजह है कि नेपाल उन देशों पर निर्भर है जिनके पास बेहतर तकनीक के साथ हाई सिक्योरिटी वाली प्रिंटिंग प्रेस हैं। (Photo: Unsplash)
-
सिक्योरिटी प्रिंटिंग प्रेस के लिए भारी निवेश करना होता है और नेपाल की अर्थव्यवस्था विकसित देशों जैसी नहीं है। यही वजह है कि नेपाल को दूसरे देशों से अपनी करेंसी छपवाना सस्ता पड़ता है। (Photo: Pinterest)
-
नेपाल के अलावा भूटान, मालदीव और मॉरीशस जैसे कई और छोटे देश हैं जो अपनी करेंसी भारत, चीन, फ्रांस, ब्रिटेन और जर्मनी जैसे देशों में छपवाते हैं। (Photo: Unsplash) कौन हैं बालेन शाह जो Gen-Z प्रदर्शनकारियों के बने हीरो?
