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हमने अक्सर देखा है कि दक्षिण भारतीय राज्यों में लोग केले के पत्तों पर भोजन करते हैं। यहां तक कि कई रेस्टोरेंट में भी लोग केले के पत्तों पर भोजन परोसते हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि ऐसा क्यों करते हैं? आइए जानते हैं: (Photo: South Indian Food/FB)
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दरअसल, केले के पत्ते पर खाना का रिवाज हजारों साल पुराना है। ये स्वास्थ्य के लिए बेहद ही फायदेमंद बताया गया है। केले के पत्तों में पॉलीफेनोल्स होता है जो एक तरह का एंटीऑक्सीडेंट है। जब केले के पत्ते पर गर्म भोजन रखा जाता है तो इसके कुछ पॉलीफेनोल्स भोजन में चले आते हैं जिससे ये शरीर को लाभ पहुंचाते हैं। (Photo: Indian Express)
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केले के पत्तों में नेचुरल रोगाणुरोधी गुण होते हैं जो भोजन में मौजूद हानिकारक बैक्टीरिया को मारने में मदद करते हैं जिसके चलते कई बीमारियां के होने का खतरा कम हो जाता है। (Photo: Indian Express)
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केले के पत्तों में पॉलीफेनोल्स के अलावा विटामिन ए और विटामिन सी भी पाया जाता है और जब इसपर भोजन रखते हैं तो ये विटामिन्स भी खाने में चले आते हैं। (Photo: South Indian Food/FB) सर्दियों में अब विटामिन डी की कमी की टेंशन खत्म, रोज सुबह खा लें ये 7 ड्राई फ्रूट्स
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इसके साथ ही केले के पत्ते पर रखे भोजन का स्वाद और भी बढ़ जाता है। इसकी पत्तियां सूक्ष्म, मिट्टी जैसा स्वाद प्रदान करती हैं। (Photo: South Indian Food/FB)
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डिस्पोजल थाली की जगह केले के पत्तों का इस्तेमाल इस लिए भी किया जाता है क्योंकि इनसे प्रकृति को नुकसान नहीं पहुंचता है। (Photo: South Indian Food/FB)
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केले के पत्ते नॉन टॉक्सिक होते हैं जो भोजन में हानिकारक रसायन या विषाक्त पदार्थ नहीं छोड़ते हैं। (Photo: South Indian Food/FB)
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केले के पत्ते पर भोजन करने से पाचन को बढ़ावा मिलता है। इसके पत्तों में पॉलीफेनोल्स पाया जाता है जो पाचन एंजाइमों के प्रोडक्शन को उत्तेजित करते हैं। (Photo: South Indian Food/FB) सर्दियों में अब विटामिन डी की कमी की टेंशन खत्म, रोज सुबह खा लें ये 7 ड्राई फ्रूट्स
