-
अहिंसा की राह पर चलने वाले राष्ट्रपिता महात्मा गांधी बेहद ही सरल और सादगी जिंदगी जीते थे। उन्होंने जिस तरह सत्याग्रह, शांति और अहिंसा के राह पर चलते हुए अंग्रेजों को भारत छोड़ने पर मजबूर कर दिया शायद उसका कोई दूसरा उदाहरण विश्व इतिहास में देखने को नहीं मिलता है। (Photos: Indian Express)
-
ऐसा था राष्ट्रपिता का जीवन
बदन पर सिर्फ एक कपड़ा और खुद को दुनिया की मोह माया से दूर रखने वाले महात्मा गांधी शुद्ध शाकाहारी थे जिसका उन्होंने जीवन भर पालन किया। उन्हें लेकर एक किस्सा है कि उन्होंने कभी मांस न खाने की कसम खाई थी। इसके साथ ही उन्होंने जानवरों के दूध से भी खुद को दूर रखने की कसम खाई थी। लेकिन ऐसा क्या हुआ कि उन्हें ये कमस तोड़नी पड़ गई? (Photos: Indian Express) -
बापू के दूध न पीने की वजह
गांधीजी दूध को भी मांसाहार आहार मानते थे। इसलिए उन्होंने दूध न पीने का प्रण लिया था। उनका मानना था कि बचपन में मां के दूध के अलावा और किसी दूसरे जीव के दूध का सेवन नहीं करना चाहिए। (Photos: Indian Express) -
इस वजह से पीना पड़ा दूध
एक बार महात्मा गांधी की तबीयत ज्यादा बिगड़ गई थी जिसके बाद डॉक्टरों ने उन्हें दूध पीने की सलाह दी। बापू को डॉक्टरों की ये बात माननी पड़ी लेकिन उन्होंने गाय और भैंस के बजाय बकरी के दूध को चुना। इसके बाद से वो हमेशा बकरी का ही दूध पीते थे। (Photos: Indian Express) -
क्यों चुना बकरी का दूध?
दरअसल, बकरी के दूध में गाय और भैंस से अधिक पोषक तत्व पाए जाते हैं। इसमें कैलोरी, प्रोटीन, वसा, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, विटामिन ए, कैल्शियम, पोटेशियम, फास्फोरस और मैग्नीशियम भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। यही वजह है कि महात्मा गांधी ने गाय भैंस के बजाय बकरी के दूध को चुना। अब आइए जान लेते हैं बकरी के दूध पीने के फायदे: (Photo: Freepik) -
दूर होगी खून की कमी
बकरी का दूध कई बीमारियों में रामबाण से कम नहीं है। शरीर में खून की कमी को दूर करने के लिए बकरी का दूध बेहद ही फायदेमंद है। इसके सेवन से शरीर को आयरन ऑब्जर्व्ड करने में मदद मिलती है। साथ ही बकरी का दूध शरीर में रेड ब्लड सेल्स को भी बढ़ाता है। (Photo: Freepik) -
जोड़ों के दर्द और गठिया से मिलती है राहत
बकरी के दूध में अच्छी मात्रा में कैल्शियम पाया जाता है जो हड्डियों को मजबूत बनाने और जोड़ों के दर्द से राहत दिलाने में मदद करता है। इसके साथ ही ये गठिया में भी काफी लाभकारी बताया गया है। (Photo: Freepik) -
पाचन और वजन
गाय और भैंस के दूध के मुकाबले बकरी के दूध में कम फैट पाया जाता है जिसके सेवन से वजन को कंट्रोल करने में मदद मिलती है। वहीं, कम फैट के चलते ये आसानी से पच जाता है। इसके साथ बकरी का दूध पीने से मेटाबोलिज्म बेहतर रहता है। (Photo: Freepik) -
दिल की सेहत रहती है दुरुस्त
बकरी के दूध में मैग्नीशियम अच्छी मात्रा में पाया जाता है जो हार्ट के लिए बेहद ही लाभकारी है। इसके साथ ही ये रक्त के थक्कों को बनने से रोकता है। सिर्फ इतना ही नहीं बकरी के दूध में फैटी एसिड पाया जाता है जो कोलेस्ट्रॉल को बढ़ने नहीं देता है। (Photo: Freepik) -
सूजन रोधी गुण
सूजन रोधी समस्याओं में भी बकरी का दूध बेहद फायदेमंद साबित हो सकता है। दरअसल, इसमें ओलिगोसैकेराइड नामक यौगिक पाया जाता है जो सूजन-रोधी गुण है और ये सूजन आंत्र रोग के इलाज में काफी मदद कर सकता है। (Photo: Pexels)