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देश के मशहूर और दिग्गज उद्योगपति रतन टाटा का 86 साल की उम्र में निधन हो गया है। उनके पार्थिव शरीर को मुंबई के नेशनल सेंटर फॉर परफॉर्मिंग आर्ट्स हॉल में रखा गया है जहां 10 बजे से लेकर दोपहर 3:30 बजे तक लोग उनके अंतिम दर्शन कर सकेंगे। रतन टाटा जितने बड़े बिजनेसमैन थे उतने ही बड़े दानवीर भी थे। रतन टाटा ने एक बार एक लाख की कार को 23 करोड़ रुपये का बना दिया था जिसे पूरी दुनिया देखती रह गई थी। आइए जानते हैं ये किस्सा: (Photo: Indian Express)
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दुनिया की सबसे सस्ती कार
रतन टाटा ने देश को दुनिया की सबसे सस्ती कार दिया जिसका नाम था टाटा नैनो। इस कार की शुरुआती कीमत 1 लाख रुपये थी। आइए जानते हैं इस कार से जुड़े कुछ किस्से: Photo: Indian Express) -
कैसे आया था नैनो का आइडिया?
अपने एक इंटरव्यू में रतन टाटा ने बताया था कि वो अपनी लग्जरी का से शहर की सड़कों पर सैर किया करते थे। एक बार मुंबई में तेज बारिश हो रही थी और एक परिवार के चार लोग स्कूटर पर सफर कर रहे थे। बारिश में ये परिवार काफी परेशानियों का सामना कर रहा था। स्कूटर पर माता-पिता के बीच में बैठे बच्चे किसी तरह से खुद को एडजस्ट करके बैठे थे। उनकी हालत किसी सैंडविच से कम नहीं लग रही थी। (Photo: Indian Express) -
भारत की सबसे सस्ती कार
इस दौरान रतन टाटा ने सोचा कि इनके पास एक छोटी सी कार होती जिसमें वो आराम से बैठकर जाते और उन्हें धूल-बारिश की चिंता नहीं सताती। इस घटना के बाद उन्होंने सबसे सस्ती कार बनाने की सोची जिसके बाद साल 2008 में उन्होंने अपना ये सपना सच कर दिया। (Photo: Indian Express) -
कितनी थी कीमत?
साल 2008 में 10 जनवरी को दिल्ली के प्रगति मैदान में दिल्ली ऑटो एक्सपो में रतन टाटा ने टाटा नैनो कार को लोगों के सामने पेश किया जिसकी शुरुआती कीमत सिर्फ एक लाख रुपये रखी गई थी। उन्होंने इस दौरान कहा था कि वह भारतीय परिवारों को कम कीमत में ट्रांसपोर्ट का एक बेहतर माध्यम उपलब्ध कराना चाहते हैं। (Photo: Indian Express) -
किसने खरीदी थी पहली नैनो कार?
रतन टाटा ने खुद अपने हाथों से टाटा नैनो के पहले ग्राहक को 17 जुलाई 2009 में चाभी सौंपी थी। इस कार को खरीदने वाले पहले ग्राहक कस्टम विभाग के कर्मचारी अशोक रघुनाथ थे। ये वो समय था जब एक फैमिली इतने पैसे में बाइक खरीदा करती थी। अब उनके पास कार खरीदने का भी ऑप्शन था। एक लाख रुपये में कई फीचर्स के साथ आने वाली टाटा नैनो दुनिया की सबसे सस्ती कार थी। हालांकि, 2019 में इसका उत्पादन बंद कर दिया गया था। (Photo: Indian Express) -
जब लॉन्च हुई 23 करोड़ की नैनो
दुनिया की सबसे सस्ती कार को साल 2011 में सबसे महंगी कार का भी खिताब मिला था। टाटा मोटर्स ने इस लखटकिया नैनो कार का एक ऐसा मॉडल बनाया जिसकी कीमत करीब 23 करोड़ रुपये थी। ये नैना कार सोने-चांदी से बनी थी जिसे टाइटन ने बनाया था। (Photo: Indian Express) -
कितने दिन में बनी थी?
टाटा ग्रुप ने इस नैनो को भारतीय ज्वेलरी आर्ट के 5 हजार साल पूरे होने पर समर्पित किया था। इस सोने-चांदी वाली कार को 5 डिजाइनरों ने मिलकर बनाया था जिसे तैयार करने में 8 महीने का समय लगा था। (Photo: Indian Express) -
कितना लगा था सोना-चांदी?
इस नैनो कार को बनाने में 80 किलो सोना और 15 किलो चांदी लगी थी। साथ ही इस कार पर ट्रेडिशनल कुंदन और रंग बिरंगी मीनाकार की भी खूबसूरत कारीगरी देखने को मिली थी। इसके साथ ही इसमें हीरे और कीमती पत्थर भी लगे थे। (Photo: Indian Express)