-
1947 में बंटवारे के समय पाकिस्तान वाले हिस्से में हिंदू मंदिरों की संख्या 400 से भी अधिक थी लेकिन अब यहां कुछ ही मंदिर बचे हैं। (Photo: Pexels)
-
हिंदू मंदिरों को पाकिस्तान में मस्जिद, रेस्टोरेंट, होटल, सरकारी स्कूल या फिर मदरसे में बदल दिया गया। (Photo: Pexels)
-
पाकिस्तान में कई मंदिर अब भी हैं जहां आस्था न सिर्फ हिंदुओं बल्कि मुस्लिमों के बीच भी है। (Photo: Indian Express)
-
पाकिस्तान में एक मंदिर ऐसा है जहां पर सिर्फ हिंदू नहीं बल्कि मुस्लिम भी आरती करते हैं। मुस्लिम समुदाय के लोग भी जयकारा लगाते हैं। (Photo: Indian Express)
-
किस देवी का है मंदिर? सोशल मीडिया पर एक वीडियो सामने आया है जिसमें रानी भटियानी सा के मंदिर में मुस्लिम आरती करते नजर आ रहे हैं। (Photo: majisa_ka_ladla_manoj/Insta)
-
आरती के दौरान काफी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग पूजा करते दिखे। (Photo: majisa_ka_ladla_manoj/Insta)
-
आरती करते दिखे मुस्लिम समुदाय के लोग इस दौरान ये मुस्लिम समुदाय के लोग आरती के गीत भी गाते नजर आएं। ऐसा बताया जा रहा है कि ये वीडियो ‘माजीसा धाम पाकिस्तान’ का है। (Photo: Mata Rani Bhatiyani Jasol/FB)
-
इस वीडियो में साफ नजर आ रहा है कि मुस्लिम समुदाय के लोग माता की भक्ति में लीन हैं और उनके पीछे दीवार पर ‘जय माता दी’ भी लिखा हुआ है। (Photo: Mata Rani Bhatiyani Jasol/FB)
-
पाकिस्तान में भी है मंदिर दरअसल, ये रानी भटियाणी सा देवी हैं जिनकी पूजा पाकिस्तान में भी की जाती है। रानी भटियानी सा का प्रमुख मंदिर जसोल, बाड़मेर जिले और जोगीदास जैसलमेर (माजीसा का जन्म स्थान) में है। यहां उन्हें भुआसा कहते हैं। (Photo: Mata Rani Bhatiyani Jasol/FB)
-
इस समुदाय के लोग करते हैं पूजा राजस्थान में मिरासी मांगणियार समुदाय के लोग रानी भटियानी सा देवी की पूजा करते हैं। इसके साथ ही ढोली (गायक) समुदाय की महिलाएं माता के सम्मान में घूमर गीत गाती हैं। (Photo: Mata Rani Bhatiyani Jasol/FB)
-
बता दें कि, साल 2020 में पाकिस्तान में रानी भटियाणी को समर्पित एक मंदिर खूब चर्चा में रहा। पाकिस्तान के थारपारकर जिले में माता का एक मंदिर है जहां साल 2020 में इस्लामिक कट्टरपंथियों ने तोड़फोड़ की थी। (Photo: Mata Rani Bhatiyani Jasol/FB)
-
इस दौरान इस्लामिक कट्टरपंथियों ने माता की मूर्ति को तोड़ दिया गया था और साथ उनकी पवित्र किताब में आग लगा दी गई थी। (Photo: Mata Rani Bhatiyani Jasol/FB)
