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19 मई को पांच राज्यों के चुनाव परिणाम आने हैं। माना जा रहा है कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष से लेकर AICC स्तर तक यूपी चुनाव को ध्यान में रखते हुए बदलाव किया जा सकता है। लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी और बिहार चुनाव में नीतीश कुमार को जीत दिला चुके प्रशांत किशोर को कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश में जीत के लिए चुनावी रणनीतिकार बनाया है। प्रशांत ने उत्तर प्रदेश में कांग्रेस को जीत दिलाने के लिए कुछ महत्वपूर्ण सुझाव भी दिए हैं।
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प्रशांत किशोर को लगता है कि पार्टी उपाध्यक्ष राहुल और प्रियंका गांधी में से किसी को 2017 विधानसभा चुनाव में यूपी के सीएम कैंडिडेट के तौर पर उतारा जाना चाहिए। इससे पार्टी को फायदा होगा। उनका मानना है कि इससे प्रदेश के ब्राह्मणों में अच्छा संकेत जाएगा और वे पार्टी पर फिर से भरोसा करेंगे। हालांकि, पार्टी की ओर से अभी तक इस संबंध में कोई संकेत नहीं दिया गया है।
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कुछ नेताओं का यह भी कहना है कि दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित भी यूपी के सीएम कैंडिडेट की रेस में हैं। उनके नाम को लेकर भी पार्टी में मंथन चल रहा है।
किशोर ने सुझाव दिया था कि 2017 में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए पार्टी को ब्राह्मणों में पैठ बनानी होगी। किशोर का आइडिया है कि बाबरी मामले से पहले ब्राह्मण कांग्रेस का कोर वोट बैंक था।उत्तर प्रदेश में 10 प्रतिशत जनसंख्या ब्राह्मणों की है। बाबरी मामले तक यह कांग्रेस के पाले में थे लेकिन इसके बाद से भाजपा के समर्थक हैं। विधानसभा चुनावों में भाजपा का ब्राह्मण वोट बैंक कम हो रहा है। 2002 (50 प्रतिशत) और 2007 (44प्रतिशत) के बीच इसमें छह प्रतिशत की कमी रही। वहीं 2007 से 2012 (38 प्रतिशत) के बीच छह प्रतिशत की कमी और दर्ज की गई। समाजवादी पार्टी को 2012 में ब्राह्मणों के 19 प्रतिशत मत मिले, वहीं बसपा को 19 प्रतिशत वोट मिले।विधानसभा चुनावों में भाजपा का ब्राह्मण वोट बैंक कम हो रहा है। 2002 (50 प्रतिशत) और 2007 (44प्रतिशत) के बीच इसमें छह प्रतिशत की कमी रही। वहीं 2007 से 2012 (38 प्रतिशत) के बीच छह प्रतिशत की कमी और दर्ज की गई। समाजवादी पार्टी को 2012 में ब्राह्मणों के 19 प्रतिशत मत मिले, वहीं बसपा को 19 प्रतिशत वोट मिले। -
प्रशांत किशोर ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में बाहुबली उम्मीदवारों के खिलाफ महिलाओं को मैदान में उतारने रणनीति भी बनाई है। महिला कांग्रेस की बैठक के दौरान कार्यकर्ताओं की शिकायत थी कि टिकट बंटवारे में उनकी दावेदारी की हमेशा उपेक्षा की जाती है। इस पर प्रशांत किशोर ने कहा कि महिला कार्यकर्ता उन सीटों के बारे में जानकारी दें, जहां पर दूसरी पार्टियों के टिकट पर बाहुबली चुनाव लड़ते हैं, इन सभी सीटों पर महिला उम्मीदवारों को टिकट दिया जाएगा।
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प्रशांत किशोर ने हर विधानसभा क्षेत्र से 20-20 वॉलियंटर्स के नाम भी मांगे हैं।
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प्रशांत उत्तर प्रदेश में भी महागठबंधन चाहते हैं। यूपी की दो छोटी पार्टियों पीस पार्टी और महान दल ने भी भाजपा को हराने के लिए प्रस्तावित महागठबंधन का हिस्सा बनने का एलान किया है। प्रशांत कई छोटे-छोटे दलों के साथ कांग्रेस का एक महागठबंधन बनाना चाहते हैं। महान दल के अध्यक्ष केशव देव मौर्य ने हमें जदयू और रालोद की तरह विलय को कहा लेकिन हम अपनी पहचान बनाए रखना चाहते थे। जब महागठबंधन का एलान होगा तब हम उसका हिस्सा बनेंगे।’
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प्रशांत किशोर ने यूपी के सारे चुनावी क्षेत्रों को समझने के लिए कांग्रेस नेताओं को 12 पेज का फीडबैक फार्म दिया है। इस फार्म में कुछ महत्वपुर्ण बातें जो पूछी गई हैं- 1- डिस्ट्रिक्ट यूनिटों की ताकत और कमजोरी 2- ऐसी तीन बातें, जिनसे पार्टी की संगठन शक्ति को मजबूती प्रदान की जा सके 3- चुनाव प्रचार का ऐसा तरीका बताइए, जिससे कार्यकर्ताओं का उत्साह बढ़ाने में मदद मिले 4- अपने क्षेत्र की शीर्ष पांच जातियों के बारे में बताइए 5- ऐसी जाति के लोगों के बारे में विस्तृत जानकारी दी जाए तो किसी एक पार्टी के साथ जुड़कर नहीं रहते 6- आपके जिले में कौन सी जाति के नेता को उम्मीदवार घोषित किया जाना चाहिए 7- 2009 से 2014 के बीच आपके जिले में कांग्रेस का प्रदर्शन कैसा रहा
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फार्म से जुड़ी अन्य प्रश्न 8- आपके जिले में कांग्रेस की जीत और हार के तीन प्रमुख कारण बताइए 9- 2014 लोकसभा चुनाव में आपके क्षेत्र में बीजेपी की जीत तीन अहम कारण 10- आपके क्षेत्र में ऐसे कौन से मुद्दे हैं, जो 2017 विधानसभा चुनाव में प्रभाव डाल सकते हैं 11- अपने क्षेत्र में कांग्रेस, बीजेपी, एसपी और बीएसपी का रैंक बताइए 12- मतदाता को सबसे अहम मानते हैं सीएम कैंडिडेट, पार्टी, लोकल कैंडिडेट, मुद्दे या फिर जाति ।
