-
उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। देश के इस सबसे बड़े राज्य में अखिलेश यादव (Akhilesh yadav), मायावती (Mayawati) और योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) के बीच सीएम की कुर्सी के लिए सीधी टक्कर बताई जा रही है। राज्य में कई महिला नेता ऐसी हैं जो अपने पति के निधन के बाद राजनीति में उतरीं। इनमें से किसी के पति की हत्या हुई थी तो किसी के पति हादसे का शिकार हो गए थे। आइए डालते हैं यूपी की ऐसी ही नेत्रियों पर एक नजर:
-
पूजा पाल इलाहाबाद पश्चिम से बसपा की विधायक रही हैं। शादी के 9 दिन बाद ही उनके पति और बसपा विधायक राजू पाल की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हत्या का आरोप लगा था अतीक अहमद के भाई मोहम्मद अशरफ पर।
-
पूजा पाल ने पति के मर्डर के बाद उनकी सीट से ही चुनाव लड़ा और अतीक अहमद को पराजित किया। पूजा पाल के उदय के साथ ही अतीक अहमद के बुरे दिन की शुरुआत भी शुरू हो गई है।
-
अलका राय गाजीपुर में मोहम्मदाबाद से बीजेपी की विधायक हैं। उनके पति कृष्णानंद राय की सरेआम नृशंस हत्या कर दी गई थी।
-
हत्या का आरोप लगा सजायाफ्ता डॉन मुख्तार अंसारी पर। पति की मौत बाद अलका राजनीति में आईं और मुख्तार के भाई जो मोहम्मदाबाद से विधायक भी थे उन्हें पटखनी दी। अब इस सीट पर अलका राय का ही दबदबा है।
-
संजू देवी अंबेडकरनगर की टांडा सीट से बीजेपी की एमएलए हैं। वह हिन्दू युवा वाहिनी के नेता रामबाबू गुप्ता की विधवा हैं। रामबाबू गुप्ता की साल 2013 में सांप्रदायिक हिंसा में हत्या कर दी गयी थी। इस हत्या में सपा विधायक अजीमुल हक उर्फ पहलवान समेत चार लोगों का नाम आया था।
-
तबस्सुम हसन कैराना से सांसद रही हैं। वह समाजवादी पार्टी में हैं। तबस्सुम कई बार सांसद औऱ विधायक रहे चौधरी मुनव्वर हसन की पत्नी हैं। मुनव्वर हसन का निधन सड़क हादसे में होने के बाद तबस्सुम ने राजनीति में कदम रखा था। -
शोभा सिंह फैजाबाद की बीकापुर विधानसभा सीट से बीजेपी विधायक हैं। वह रालोद के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष मुन्ना सिंह चौहान की विधवा हैं। दरअसल राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष मुन्ना सिंह चौहान की मौत 31 जून 2016 को डेंगू से हो गयी थी। इसके बाद दिसंबर 2016 में उनकी पत्नी शोभा सिंह बीजेपी में शामिल हो गईं।
-
संगीता चौहान पूर्व क्रिकेटर और बीजेपी के दिवंगत नेता चेतन चौहान की बेवा हैं। साल 2020 में कोरोना के कारण चेतन चौहान का निधन हो गया था। अपने पति के निधन के बाद संगीत ने उनकी राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाया है। संगीता अमरोहा में नौगांवा सादात सीट से विधायक हैं। इसी सीट से उनके पति भी चुनाव जीतते थे।
