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दिवाली के मौके पर लोग खूब पटाखे भी फोड़ते हैं जिससे प्रदूषण बढ़ जाता है। जिसके चलते वायु प्रदूषण एक गंभीर समस्या बन जाती है। पटाखों से निकलने वाले धुएं के कारण हवा की गुणवत्ता बिगड़ जाती है जो वातावरण के साथ ही हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होते हैं। इस बीच ग्रीन पटाखे काफी चर्चा में हैं। (Photo: Indian Express) मंदिर, बाथरूम से टाइल्स तक चमचमा उठेगी, दिवाली सफाई में आजमाएं ये आसान 9 तरीके
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दरअसल, इस साल फिर से देश की राजधानी दिल्ली में पटाखे बैन कर दिए गए हैं। लेकिन दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता दिवाली पर ग्रीन पटाखों से प्रतिबंध हटवाने के लिए सुप्रीम कोर्ट जाएंगी। ऐसे में आइए जानते हैं क्या होता है ग्रीन पटाखा और कैसे करें असली-नकली की पहचान। (Photo: Indian Express)
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ग्रीन पटाखे सामान्य पटाखों की तुलना में काफी कम धुआं और आवाज करते हैं। सामान्य पटाखे 160 डेसीबल तक शोर करते हैं। ग्रीन पटाखों की आवाज 110 से 125 डेसीबल तक ही होती है। इससे वायु और ध्वनि दोनों ही पॉल्यूशन कम होते हैं। (Photo: Indian Express)
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ग्रीन पटाखों में एलुमिनियम, सल्फर और पोटेशियम नाइट्रेट जैसे हानिकारक केमिकल्स कम या फिर बिल्कुल नहीं होते हैं। इसके साथ ही इसमें डस्ट रिप्रेजेंट मिलाया जाता है जिससे फटने के बाद ये आसपास की धूल को सोख लेते हैं। यानी ग्रीन पटाखे हवा को साफ रखने में भी मदद करते हैं। (Photo: Indian Express) क्यों हर साल जहरीली हो जाती है दिल्ली की हवा? ये हैं प्रदूषण बढ़ने के 5 कारण
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कितने तरह के होते हैं ग्रीन पटाखे
1- ग्रीन पटाखे तीन तरह के होते हैं। पहला स्वास (SWAS) होता है जिसमें से बहुत ही बारीक पानी की बूंदें निकलती हैं। पानी की यह बूंदें धूल को सोख लेती हैं। (Photo: Indian Express) -
2- सफल (SAFAL): इस ग्रीन पटाखे में सुरक्षित मात्रा में एलुमिनियम होता है। फोड़ने पर यह कम आवाज करता है। (Photo: Indian Express)
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3- स्टार (STAR): इसमें पोटेशियम नाइट्रेट या फिर सल्फर जैसे हानिकारक केमिकल्स नहीं होती हैं जिसके चलते ये पटाखा काफी कम धुआं फैलाता है। (Photo: Indian Express)
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असली की पहचान मार्केट में नकली ग्रीन पटाखे भी खूब बेचे जाते हैं लेकिन एक तरीका है जिससे आप असली का पता लगा सकते हैं। असली ग्रीन पटाखों के बॉक्स पर क्यूआर कोड होता है जिसे आप NEERI ऐप से स्कैन कर सकते हैं। स्कैन करने के बाद यह पता चल सकता है कि पटाखा असली है या नकली। इसके साथ ही हमेशा लाइसेंस प्राप्त दुकान से पटाखे खरीदना चाहिए। (Photo: Indian Express) दिवाली के बाद तुरंत घर लाएं ये पौधे, जहरीली हवा हो जाएगी क्लीन