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इस्लाम में हज को पांच फर्जों में से एक माना गया है। हर साल दुनियाभर से लाखों मुसलमान मक्का और मदीना की पाक जमीं पर हाजिरी देने के लिए रवाना होते हैं। सऊदी अरब सरकार हर देश को उसकी मुस्लिम आबादी के अनुसार एक निर्धारित हज कोटा देती है। (Photo Source: Pexels)
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इस कोटे के जरिए ही तय होता है कि किस देश से कितने लोग इस पाक यात्रा पर जा सकते हैं। आइए जानते हैं दुनिया के उन टॉप-10 देशों के बारे में, जिन्हें मिलता है सबसे अधिक हज कोटा और देखते हैं कि भारत इस लिस्ट में कौन से पायदान पर है। (Photo Source: Pexels)
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इंडोनेशिया
दुनिया की सबसे बड़ी मुस्लिम आबादी वाला देश इंडोनेशिया है, जहां करीब 23 करोड़ मुसलमान रहते हैं। यहां से हर साल लाखों लोग हज पर जाना चाहते हैं, लेकिन कोटा सीमित है – 2 लाख 21 हजार। भारी मांग के कारण कई लोगों को अपनी बारी के लिए 15 से 20 साल तक इंतजार करना पड़ता है। इंडोनेशियाई सरकार ने हाजियों के लिए खास टर्मिनल और ट्रेनिंग सेंटर्स बनाए हैं, जिससे उन्हें बेहतर सुविधाएं मिल सकें। (Photo Source: Pexels) -
पाकिस्तान
पाकिस्तान की मुस्लिम आबादी करीब 22 करोड़ है और यहां से हर साल 1.8 लाख हाजी मक्का की यात्रा करते हैं। सरकार पूरी प्रक्रिया को संभालती है – फ्लाइट से लेकर ठहरने तक। ज्यादातर पाकिस्तानी समूह में यात्रा करते हैं ताकि एक-दूसरे की मदद मिल सके। (Photo Source: Pexels) -
भारत
भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी मुस्लिम आबादी वाला देश है। यहां 20 करोड़ से ज्यादा मुसलमान रहते हैं। हज कोटे के अनुसार भारत से 1.75 लाख से ज्यादा लोग हर साल हज पर जाते हैं। ‘हज कमेटी ऑफ इंडिया’ इस प्रक्रिया को संचालित करती है। हालांकि कागज़ी कार्यवाही और प्रक्रियाएं जटिल हो सकती हैं, लेकिन कई सामाजिक संगठन और संस्थाएं इसमें लोगों की मदद करती हैं। (Photo Source: Pexels) -
बांग्लादेश
करीब 15 करोड़ मुस्लिम आबादी वाले बांग्लादेश से हर साल 1.27 लाख लोग हज पर जाते हैं। सरकार की ओर से प्री-हज ट्रेनिंग, हेल्थ चेकअप और आर्थिक सलाह जैसी सुविधाएं दी जाती हैं। (Photo Source: Pexels)
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नाइजीरिया
अफ्रीका के सबसे बड़े मुस्लिम देश नाइजीरिया को 95 हजार हज कोटा मिलता है। वहां राज्य स्तर पर बनी हज कमेटियां हाजियों को धार्मिक के साथ-साथ व्यावहारिक जानकारी भी देती हैं – जैसे करेंसी एक्सचेंज, खानपान, सेहत, संस्कृति आदि। (Photo Source: Pexels) -
ईरान
8 करोड़ से अधिक मुस्लिम आबादी वाला ईरान, जिसमें ज्यादातर शिया मुसलमान हैं, वहां से हर साल 87,550 लोग हज पर जाते हैं। सऊदी अरब से रिश्तों में खटास के बावजूद हज के मुद्दे पर दोनों देशों में सहयोग बना रहता है। (Photo Source: Pexels) -
अल्जीरिया
अल्जीरिया की 99% आबादी मुस्लिम है। यहां की सरकार हज व्यवस्थाओं को बेहद व्यवस्थित और तकनीकी रूप से मजबूत तरीके से संचालित करती है। अरबी भाषा में दक्षता होने से इनके हाजियों को सऊदी प्रशासन से संवाद में आसानी होती है। यहां से 41 हजार से ज्यादा हाजी हर साल मक्का रवाना होते हैं। (Photo Source: Pexels) -
तुर्की
इस्लामिक इतिहास में खास जगह रखने वाले तुर्की से हर साल करीब 38 हजार लोग हज पर जाते हैं। यहां हाजियों के लिए विशेष चार्टर फ्लाइट्स, बीमा, और आरामदायक ठहराव की व्यवस्था की जाती है। (Photo Source: Pexels) -
मिस्र
मिस्र, जो अल-अजहर यूनिवर्सिटी जैसे इस्लामिक शिक्षा के केंद्र के लिए प्रसिद्ध है, वहां से 35 हजार से ज्यादा हाजी हर साल मक्का रवाना होते हैं। अरबी भाषा की पकड़ के कारण ये अक्सर अन्य हाजियों की मदद करते हैं। (Photo Source: Pexels) -
सूडान
राजनीतिक और आर्थिक कठिनाइयों से जूझ रहे सूडान से भी हर साल 32 हजार लोग हज पर जाते हैं। यहां के हाजी सालों तक पैसा जोड़कर इस यात्रा का सपना पूरा करते हैं, कुछ तो समुदाय की मदद से सफर पर निकलते हैं। (Photo Source: Pexels)
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