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भारत और पाकिस्तान के रिश्ते 1947 में बंटवारे के साथ ही तनावपूर्ण हो गए थे। पाकिस्तान की आतंकी साजिशों और सीमा पार से हो रही घुसपैठों का भारत ने बार-बार करारा जवाब दिया है। (PTI Photo)
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1965 से लेकर 2025 तक भारत ने कुल 11 बड़े सैन्य ऑपरेशनों के जरिए पाकिस्तान को उसकी नापाक हरकतों का मुंहतोड़ जवाब दिया है। (ANI Photo)
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इन सभी ऑपरेशनों ने भारत की सैन्य शक्ति, रणनीतिक समझ और आतंकवाद के खिलाफ उसकी जीरो टॉलरेंस नीति को दुनिया के सामने साबित किया है। (Photo Source: Express Archive)
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हाल ही में हुआ ‘ऑपरेशन सिंदूर’ इसकी सबसे ताजा मिसाल है। आइए जानते हैं इन 11 ऑपरेशनों की पूरी लिस्ट, उनका उद्देश्य, और पाकिस्तान को कैसे हर बार भारत के सामने घुटने टेकने पड़े:
(ANI Photo) -
ऑपरेशन रिडल (1965): पहला करारा जवाब
1965 में पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर में ‘ऑपरेशन जिब्राल्टर’ और ‘ग्रैंड स्लैम’ के तहत घुसपैठ की कोशिश की। इसके जवाब में भारत ने 6 सितंबर को ‘ऑपरेशन रिडल’ शुरू किया। भारतीय सेना ने लाहौर और कसूर पर हमला किया जिससे पाकिस्तान बुरी तरह हिल गया और पूरी दुनिया में संदेश गया कि भारत अपने क्षेत्र की रक्षा के लिए हर कदम उठाएगा। (Photo Source: Express Archive) -
ऑपरेशन एब्लेज (1965): युद्ध से पहले तैयारी
इसी साल भारत ने ‘ऑपरेशन एब्लेज’ के तहत पश्चिमी सीमा पर सैनिकों की तैनाती बढ़ाई। यह ऑपरेशन सीधे युद्ध नहीं था, बल्कि संभावित संघर्ष की तैयारी थी। इसकी रणनीतिक गंभीरता इस बात से साबित होती है कि इसके बाद ताशकंद समझौता हुआ, जिसमें सोवियत संघ को मध्यस्थता करनी पड़ी। (Photo Source: Express Archive) -
ऑपरेशन कैक्टस लिली (1971): बांग्लादेश की आज़ादी की नींव
1971 के युद्ध में भारत ने ‘ऑपरेशन कैक्टस लिली’ शुरू किया। यह बांग्लादेश मुक्ति संग्राम का हिस्सा था। भारतीय सेना ने मेघना नदी पार कर पाकिस्तानी कब्जे वाले क्षेत्र में घुसपैठ की और ढाका की ओर बढ़ना शुरू किया। यह ऑपरेशन निर्णायक साबित हुआ। (Photo Source: Express Archive) -
ऑपरेशन ट्राइडेंट (1971): कराची पर समुद्री हमला
4-5 दिसंबर 1971 को भारतीय नौसेना ने कराची बंदरगाह पर ‘ऑपरेशन ट्राइडेंट’ के तहत हमला किया। यह रात का हमला था और इसमें पाकिस्तान को भारी नौसैनिक नुकसान हुआ। यह भारत की समुद्री ताकत का पहला बड़ा प्रदर्शन था। (Photo Source: Express Archive) -
ऑपरेशन पाइथन (1971): मिसाइल से तबाही
‘ऑपरेशन ट्राइडेंट’ के दो दिन बाद भारत ने फिर हमला बोला — इस बार नाम था ‘ऑपरेशन पाइथन’। इसमें भारत ने पहली बार एंटी-शिप मिसाइलों का इस्तेमाल किया। पाकिस्तान का नौसैनिक ढांचा लगभग तबाह हो गया और युद्ध का पासा पलट गया। इस युद्ध का परिणाम था — बांग्लादेश का निर्माण। (Photo Source: Express Archive) -
ऑपरेशन मेघदूत (1984): सियाचिन पर नियंत्रण
सियाचिन ग्लेशियर पर पाकिस्तान की नजर थी। भारत ने अप्रैल 1984 में ‘ऑपरेशन मेघदूत’ लॉन्च किया और दुनिया की सबसे ऊंची युद्धभूमि पर सैनिकों को हेलीकॉप्टर से तैनात किया। महत्वपूर्ण चोटियों पर कब्जा कर भारत ने सामरिक बढ़त हासिल की, जो आज तक कायम है। (Photo Source: Express Archive) -
ऑपरेशन विजय (1999): कारगिल की ऊंचाइयों पर फतह
पाकिस्तानी घुसपैठियों ने कारगिल की चोटियों पर चोरी-छिपे कब्जा कर लिया था। भारत ने मई 1999 में ‘ऑपरेशन विजय’ के तहत इन घुसपैठियों को खदेड़ा। यह ऑपरेशन भारतीय सेना की वीरता और बलिदान का प्रतीक बन गया। (Photo Source: Express Archive) -
ऑपरेशन सफेद सागर (1999): वायुसेना की निर्णायक भूमिका
कारगिल युद्ध के दौरान भारतीय वायुसेना ने ‘ऑपरेशन सफेद सागर’ के तहत पाकिस्तान की चौकियों पर सटीक हवाई हमले किए। यह 1971 के बाद पहला मौका था जब इतनी बड़ी स्केल पर वायुसेना की शक्ति का इस्तेमाल किया गया। (Photo Source: Express Archive) -
सर्जिकल स्ट्राइक (2016): दुश्मन के घर में घुसकर वार
उरी हमले के बाद 2016 में भारत ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoJK) में आतंकियों के लॉन्च पैड पर सर्जिकल स्ट्राइक की। यह पहला मौका था जब भारत ने खुलेआम स्वीकार किया कि उसने दुश्मन के क्षेत्र में घुसकर कार्रवाई की है। इससे भारत की आतंक के खिलाफ नीति स्पष्ट हो गई — अब घर में घुसकर मारेगा। (Photo Source: Express Archive) -
ऑपरेशन बंदर (2019): बालाकोट में एयरस्ट्राइक
पुलवामा आतंकी हमले के बाद भारत ने 26 फरवरी, 2019 को ‘ऑपरेशन बंदर’ के तहत बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के कैंपों पर एयरस्ट्राइक की। यह नियंत्रण रेखा पार कर की गई कार्रवाई थी और इसके जरिए भारत ने साबित कर दिया कि अब जवाबी कार्रवाई सीमाओं से नहीं बंधी रहेगी। (Photo Source: Express Archive) -
ऑपरेशन सिंदूर (2025): आतंक के अड्डों पर कहर
सबसे ताजा ऑपरेशन, ऑपरेशन सिंदूर, 6-7 अप्रैल 2025 की रात को अंजाम दिया गया। भारत ने बिना एलओसी या अंतरराष्ट्रीय सीमा का उल्लंघन किए, मिसाइल, ड्रोन और बमों से पाकिस्तान और PoJK के 9 आतंकी ठिकानों को ध्वस्त कर दिया। हमले की गंभीरता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि जैश-ए-मोहम्मद का सरगना मसूद अजहर खुद कबूल कर चुका है कि उसके परिवार के 10 लोगों सहित कुल 14 लोग मारे गए हैं। बहावलपुर जैसे इलाके में भी आतंकी ढांचे तबाह हुए हैं। (Photo Source: Express Archive)
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