-

जांघें शरीर का वह हिस्सा हैं जो जितनी मजबूत रहेंगी अंदर से उतना ही सेहतमंद रहेंगे। ये हमारे शरीर की शक्ति और स्वास्थ्य का महत्वपूर्ण संकेत देते हैं। मांसपेशियों की मजबूती, चर्बी का वितरण और संपूर्ण ताकत इन सबका सीधा संबंध हमारी जांघों से होता है। (Photo: Freepik) क्या है मोहिनी मुद्रा, कैसे यह सरल हाथ का आसन चेहरे की चमक और आत्मविश्वास को बढ़ाता है
-
एक अध्ययन के अनुसार जिन लोगों की जांघों का आकार बेहतर होता है उनमें हृदय रोग और अन्य कारणों से मृत्यु का जोखिम कम देखा गया। कई रिसर्च में बताया गया है कि मजबूत जांघें लंबी उम्र का एक बड़ा संकेतक होती हैं। (Photo: Freepik)
-
योग के जरिए जांघों को मजबूत रखा जा सकता है। ये दो योग थाई के साथ ही शरीर के अन्य कई हिस्सों को भी लाभ पहुंचाते हैं। आइए जानते हैं कौन-कौन से योगासन हैं जो थाई को मजबूत बनाने में मदद कर सकते हैं। (Photo: Freepik)
-
1- उत्कटासन (स्क्वाट पोज/चेयर पोज)
उत्कटासन में ऐसा लगता है जैसे आप किसी अदृश्य कुर्सी पर बैठे हों। यह जांघों की मांसपेशियों को सक्रिय करता है और मजबूत बनाता है। यह थाई के साथ ही कोर और पीठ की मांसपेशियों को भी मजबूत बनाता है। इसके साथ ही शारीरिक संतुलन और सहनशक्ति दोनों को बढ़ाता है। पाचन के साथ ही तनाव में भी लाभकारी है। (Photo: Freepik) खुद को रोज सिर्फ 10 मिनट दें, दो ऐसे योगासन जो एंग्जायटी, तनाव और जोड़ों के दर्द को दूर कर सकते हैं -
कैसे करें
अपने पैरों को हिप्स की चौड़ाई में खोलें और शरीर को सीधा रखें। हाथों की शरीर के पास रखें। धीरे-धीरे घुटनों को मोड़ें और हिप्स को नीचे की ओर ले जाएं जैसे आप कुर्सी पर बैठने जा रहे हों। सांस लेते हुए दोनों हाथों को ऊपर की ओर उठाएं। हाथ और कान एक सीध में होने चाहिए। नजर को सामने बनाए रखें और गहरी सांस लेते हुए 20 से 30 सेकंड इसी पोज में रहें और फिर सामान्य अवस्था में आ जाए। (Photo: Freepik) -
2- देवी मुद्रा (गॉडेस पोज)
देवी मुद्रा एक चौड़ा स्क्वाट पोज है, जिसमें पैरों को दूर रखकर घुटनों को मोड़ा जाता है। यह जांघों, कूल्हों और ग्लूट्स पर ज्यादा असर करता है जिससे इन्हें मजबूती मिलती है। जाघों के साथ ही यह योग बाहरी और आंतरिक शक्ति का निर्माण करता है। साथ ही तीनों चक्रों (मूल, त्रिक और नाभि चक्र) को सक्रिय करता है। (Photo: Unsplash) -
अन्य फायदे
देवी मुद्रा महिलाओं को प्रजनन क्षमता में सुधार करने में मदद करता है। वहीं, गर्भवती महिलाओं के लिए यह अधिक फायदेमंद बताया गया है। (Photo: Pexels) -
कैसे करें
इसे करने के लिए ताड़ासन में खड़े हो जाएं और फिर अपने पैरों की तीन फीट की दूरी पर रखें। सांस लेते हुए घुटनों और पैरों को मोड़ते हुए कुल्हों को नीचे ले जाएं। नीचे आना का तरीका कुर्सी पर बैठने जैसे होना चाहिए। बिना संतुलन जितना नीचे जा सकते हैं उतना जाएं लेकिन घुटना आपके पैर के सामने न आए। अपने हाथों को ऊपर उठएं। 20-30 सेकंड इस मुद्रा में रहने के बाद धीरे-धीरे सामान्य हो जाएं। (Photo: Freepik) सिर्फ दो योग जो हर किसी को रोज करना चाहिए, पूरे शरीर को रखते हैं स्वस्थ